अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुल गए हैं, जिसके साथ ही चार धाम यात्रा का शुभारंभ हो गया है. पंडित संजय शर्मा जी ने बताया कि अक्षय तृतीया का अर्थ है, 'जिसका कभी भी क्षय ना हो', इसलिए इस दिन किया गया दान-पुण्य और खरीदी गई वस्तु का फल अक्षय होता है. इस अवसर पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है और विभिन्न शुभ योग भी बन रहे हैं, जो समृद्धि और सफलता लाते हैं. बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली यात्रा भी जारी है, जो गौरीकुंड में रात्रि विश्राम के बाद केदारनाथ धाम पहुंचेगी, कपाट 2 मई को खुलेंगे.