हनुमान जी श्री राम के भक्त हैं , और भक्ति के सर्वोच्च प्रतीक भी. रामायण में जिस कुशलता से उन्होंने तमाम समस्याओं को हल किया है , वह बिना विशेष योग्यता के हो ही नहीं सकती. समय,ज्ञान,वाणी और संसाधनों का सटीक प्रयोग करने के कारण ही हम उन्हें मैनेजमेंट गुरु कह सकते हैं . साथ ही हर तरह के संकट का नाश चतुराई से करने के कारण वह संकटमोचन कहे जाते हैं.
Hanuman ji is a devotee of Shri Ram, and also the supreme symbol of devotion. The efficiency with which he has solved all the problems in Ramayana cannot be achieved without special ability. We can call him a management guru only because of his accurate use of time, knowledge, speech and resources. Besides, he is called a trouble-shooter because he cleverly solves all kinds of problems.