शिशिर ऋतु बीतने वाली है और जल्द बसंत का आगमन होने वाला है. बसंत को ऋतुओं का राजा कहा जाता है. क्योंकि इस ऋतु के आते ही प्रकृति में हरियाली छा जाती है. चारों तरफ खुशहाली नजर आती है. इस ऋतु में धरती की उत्पादन क्षमता अन्य ऋतुओं की तुलना में बढ़ जाती है. यही वजह है कि भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में स्वयं को ऋतुओं में वसंत कहा है. इसी दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा भी की जाती है. इस साल 3 फरवरी को बसंत पंचंमी पर प्रयागराज महाकुंभ में अमृत स्नान भी होगा. मगर वसंत पंचंमी की तिथि को लेकर कहीं न कहीं कन्फ्यूजन भी बना हुआ है.