किसी ने खूब कहा है कि इन बंद कमरों में मेरी सांस घुटी जाती है. खिड़कियां खोलता हूं तो जहरीली हवा आती है. दिल्ली और उसके आसपास रहने वालों पर इस दिनों यही गुजर रही है. घरों के भीतर और बाहर सांसों का सबसे गंभीर संकट मंडरा रहा है. फिलहाल साफ हवा की सूरत नजर नहीं आ रही है. दरअसल दिसंबर की शुरुआत में ऐसा लगा था कि हवा के साथ प्रदूषण की विदाई हो जाएगी. लेकिन दिसंबर के जाते जाते प्रदूषण फिर से लौट आया है. .ऐसे में सवाल है कि ठंड और प्रदूषण के इस जानलेवा मंजर के बीच खुद का और अपनों की सेहत का ख्याल कैसे रखा जाए. आज इन्हीं सारे सवालों पर देश के जाने माने डॉक्टर्स से बात करेंगे. लेकिन उससे पहले आपको अपनी ये रिपोर्ट दिखा देते हैं.