कुछ यूं रंगों से रंग मिले हैं. रंगों के भी भेद मिटे हैं फाग ने छेड़ा राग वसंती हर आंगन में फूल खिले हैं किसी ने उचक फेंका गुब्बारा कहीं चली रंगभरी पिचकारी आओ सब मिल खेलें होली कुछ सतरंगी. कुछ अतरंगी एक हों, शुरू करें नवरंगोली आप सभी को होली की ढेर सारी शुभकामनाएं. हिंदू पंचांग के अनुसार आज होलिका दहन होगा और इसी के साथ होली का शुभारंग भी होगा. लेकिन उससे पहले भद्रा का साया है. भद्रा रात 11 बजकर 26 मिनट तक रहेगी उसी के बाद होलिका दहन हो सकेगा. यानी भद्रा समाप्त होने के बाद रात 11 बजकर 27 मिनट से होलिका दहन का मुहूर्त है. सदियों पुरानी इस परम्परा का विशेष महत्व है. होलिका दहन का ये समय बुराइयों का, बाधाओं के नाश का समय है