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Children Sickness: अब 2 साल से कम उम्र के बच्चे नहीं देख पाएंगे मोबाइल, Sweden Government ने सेट किया स्क्रीन टाइम, देखिए रिपोर्ट

तकनीक(technology) ने हमारी जिंदगी आसान की है तो वहीं ये ही तकनीक हमारे लिए जी का जंजाल भी बन गई है. क्या आपका बच्चा मोबाइल(Mobile use For Children) देखकर खाना खाता है. क्या आप भी बच्चों का मन बहलाने के लिए उनके हाथ में मोबाइल थमा देते हैं. क्या आप उन माता-पिता में से हैं, जो बच्चों के जिद करने पर तुरंत उन्हें मोबाइल दे देते हैं. या बच्चों के शोर-शराबे से बचने के लिए उन्हें मोबाइल पर बिजी कर देते हैं. अगर हां तो ये खबर आपके लिए है. क्योंकि यूरोप के देश स्वीडन में सरकार(Sweden government) ने बच्चों का स्क्रीन टाइम सेट(Sweden government set screen time) कर दिया है. वहां दो साल से कम उम्र के बच्चे टीवी या मोबाइल नहीं देख सकते. जबकि दो से पांच साल तक के बच्चे 24 घंटे में एक घंटे टीवी या मोबाइल देख सकते हैं. इसी तरह 6 से 12 साल तक के बच्चे महज दो घंटे मोबाइल या टीवी पर बिता सकेंगे. ये सख्त नियम इललिए बनाने पड़े, क्योंकि मोबाइल की लत बच्चों को बीमार करने लगी थी. मोबाइल की लत से बच्चों में भूलने की बीमारी पैदा हो रही है. साथ ही उनकी एकाग्रता खोती जा रही है. वो अकेलेपन के शिकार हो रहे हैं. और इसके जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ उन बच्चों के माता-पिता हैं. लेकिन क्या ऐसे ही सख्त नियमों की हमारे देश में भी जरूरत है. क्या हमें भी बच्चों के लिए स्क्रीन टाइम सेट नहीं करना चाहिए. इसी जरूरी मुद्दे पर हम बात करेंगे. हमारे साथ तमाम मेहमान जुड़े हुए हैं मगर चर्चा शुरू करने से पहले देखिये ये रिपोर्ट.