रविता, मुस्कान, रवीना केवल नाम नहीं, बल्कि वो रिश्ते हैं जो एक परिवार को परिवार बनाते हैं. एक मां, एक बेटी, एक पत्नी, एक बहन जाने कितने किरदार एक महिला खुद में समेटे रहती है. एक मां जो ना जाने कितने कष्ट सहकर बच्चे को जन्म देती है. क्या कोई ऐसा सोच सकता है कि वहीं मां, वही बेटी, वही पत्नी, वही बहन किसी अपने की जान लेने की कोशिश करे. आज जो घटनाएं हम आपको बताने जा रहे हैं. वो महिलाओं में बढ़ती आपराधिक प्रवृति की तरफ इशारा करती है.