13 साल पहले आज के दिन यानी 16 मई को टी20 क्रिकेट को नया चैंपियन मिला था. तीसरे टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर इंग्लैंड चैंपियन बना था. पहली बार इंग्लैंड की टीम ने किसी आईसीसी ट्रॉफी पर कब्जा किया था. इससे पहले इंग्लैंड की टीम ने 3 बार वनडे वर्ल्ड कप और एक बार आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची थी. लेकिन हर बार उसको हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन इस बार इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने शानदार खेल दिखाया और आईसीसी ट्रॉफी पर कब्जा किया. चलिए आपको इस ऐतिहासिक मैच की पूरी कहानी बताते हैं.
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुआ फाइनल-
टी20 वर्ल्ड कप 2010 का फाइनल मुकाबला 16 मई को वेस्टइंडीज के ब्रिजटाउन में खेला गया था. इस मुकाबले में इंग्लैंड के कप्तान पॉल कॉलिंवुड ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी का फैसला किया. ऑस्ट्रेलिया टीम की कप्तानी माइकल क्लार्क के हाथों में थी. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाए.
ऑस्ट्रेलिया की पारी-
ऑस्ट्रेलिया को पहले बल्लेबाजी का मौका मिला. शेन वॉटसन और डेविड वॉर्नर ने ऑस्ट्रेलियाई पारी की शुरुआत की. हालांकि ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही. 8 रन के स्कोर 3 खिलाड़ी पवेलियन लौट गए थे. शेन वॉटसन 2 रन, वॉर्नर 2 रन और ब्रेड हैडिन एक रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद कप्तान माइकल क्लार्क और डेविड हसी ने मोर्चा संभाला और टीम का स्कोर धीरे-धीरे आगे बढ़ाया. लेकिन जब टीम का स्कोर 45 रन था तो माइकल क्लार्क भी 27 रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद कैमरन व्हाइट मैदान पर आए. कैमरन और हसी ने टीम का स्कोर आगे बढ़ाया. 95 रन के कुल स्कोर पर कैमरन भी 30 रन बनाकर चलते बने. ऑस्ट्रेलिया की टीम 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 147 रन बना पाई.
इंग्लैंड की पारी-
148 रन के स्कोर का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही. इंग्लैंड का पहला विकेट 7 रन के स्कोर पर ही गिर गया. हालांकि इसके बाद क्रीज पर आए केविन पीटरसन और क्रेग कीसवेटर ने मोर्चा संभाला और टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचा दिया. इसके साथ ही इंग्लैंड जीत की तरफ बढ़ने लगा था. लेकिन 118 रन के कुल स्कोर पर पीटरसन आउट हो गए. पीटरसन ने 47 रन की शानदारी पारी खेली. हालांकि आउट होने से पहले पीटरसन ने टीम को बेहतर स्थिति में पहुंचा दिया था. लेकिन टीम को तीसरा झटका भी जल्दी ही लग गया. अभी टीम का स्कोर 121 रन था तो कीसवेटर आउट हो गए. उन्होंने 63 रन की बेहतरीन और मैच जिताऊ पारी खेली. इस पारी के दौरान कीसवेटर ने 3 छक्के और 4 चौके लगाए. इसके बाद कप्तान कॉलिंवुड और मोर्गन ने टीम को कोई नुकसान नहीं होने दिया और 17 ओवर में 148 रन का टारगेट हासिल कर लिया. इसके साथ ही इंग्लैंड पहली बार टी20 वर्ल्ड चैंपियन बना था.
कीसवेटर को मिला प्लेयर ऑफ द मैच-
इंग्लैंड की टीम ने टी20 वर्ल्ड कप जीत लिया था. पहली बार इंग्लैंड की टीम ने किसी आईसीसी ट्रॉफी पर कब्जा किया था. फाइनल में शानदार बल्लेबाजी करने के लिए क्रेग कीसवेटर को प्लेयर ऑफ द मैच दिया गया. उन्होंने 49 गेंदों पर शानदार 63 रन बनाए थे. जबकि पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन बल्लेबाजी करने वाले केविन पीटरसन को प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब दिया गया. पीटरसन ने पूरे टूर्नामेंट में 248 रन बनाए थे.
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