भारत में क्रिकेट धर्म से कम नहीं है. अगर मैच वर्ल्ड कप का हो तो फैंस की दीवानगी का अंदाजा लगाया जा सकता है. अगर मैच का आखिरी क्षण चल रहा हो और 11 गेंदों में 7 रन बनाना हो तो इसका रोमांच अलग ही होगा. ऐसा ही एक मैच 19 मई 1999 को वर्ल्ड कप में खेला गया था. यहां ये बताना जरूरी है कि इस मैच में टीम इंडिया बिना सचिन तेंदुलकर के खेल रही थी. जिसका असर इस मैच में भी दिखाई दिया. चलिए आपको वर्ल्ड कप के सबसे बड़े उलटफेर वाले इस मैच की पूरी डिटेल बताते हैं.
11 गेंदों में 7 रन की जरूरत-
वर्ल्ड कप 1999 में ग्रुप स्टेज में भारत और जिम्बाब्वे के बीच लीसेस्टर में एक उलटफेर वाला मैच खेला गया था. इस मैच में भारत को जीत दर्ज करना जरूरी था. मैच के आखिरी 11 गेंदों पर टीम इंडिया को जीत के लिए 7 रन की जरूरत थी. टीम इंडिया के पास 3 विकेट बचे थे. टीम इंडिया का पलड़ा भारी था. आखिरी ओवर में हेनरी ओलंगा ने 3 विकेट चटकाकर मैच पलट दिया था. ओलंगा ने रॉबिन सिंह, श्रीनाथ और वेंकटेश प्रसाद को पवेलियन भेजा था और जिम्बाब्वे को 3 रन से रोमांचक जीत दिलाई थी.
जिम्बाब्वे की पारी-
टीम इंडिया ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी का फैसला किया. जिम्बाब्वे की तरफ से नील जॉनसन और ग्रांट फ्लॉवर की जोड़ी मैदान पर उतरी. लेकिन जल्द ही टीम को झटका लगा और 12 रन के कुल स्कोर पर नील जॉनसन 7 रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद क्रीज पर पॉल स्ट्रॉग आए और जिम्बाब्वे की पारी को आगे बढ़ाया. लेकिन 45 रन के कुल स्कोर पर पॉल स्ट्रांग भी चलते बने. उन्होंने 18 रन की पारी खेली. जिम्बाब्वे की टीम ने 50 ओवर में 9 विकेट पर 252 रन का स्कोर खड़ा किया. एंडी फ्लॉवर ने शानदार 68 रन की नाबाद पारी खेली थी. जबकि ग्रांट फ्लॉवर ने 45 रन बनाए थे. इसके अलावा जिम्बाब्वे का कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाया.
टीम इंडिया की पारी-
253 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही. सौरभ गांगुली सिर्फ 9 रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद एस रमेश ने राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर टीम का स्कोर आगे बढ़ाया. हालांकि राहुल द्रविड़ भी कुछ खास नहीं कर पाए. वो भी 13 रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद क्रीज पर आए कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन भी 7 रन बनाकर आउट हो गए. टीम का स्कोर 56 रन था तो टीम के 3 खिलाड़ी पवेलियन लौट चुके थे. इसके बाद क्रीज पर आए अजय जडेजा ने पारी को संभाला और टीम का स्कोर 155 रन तक पहुंचाया. हालांकि इस स्कोर पर एस रमेश 55 रन बनाकर आउट हो गए. इस पारी के दौरान उन्होंने 3 चौके और एक छक्का लगाया था. अब सारी जिम्मेदारी जडेजा और रॉबिन सिंह पर आ गई थी. लेकिन विकेटों का गिरना लगातार जारी रहा. अजय जडेजा 43 रन बनाकर आउट हुए. आखिरी ओवर में ओलंगा ने 3 खिलाड़ियों को आउट किया और जिम्बाब्वे ने मैच जीत लिया. इस मैच में स्लो ओवर रेट की वजह से 4 ओवर का फाइन लगाया गया था.
सचिन तेंदुलकर के बिना उतरी थी टीम इंडिया-
इस मैच में सचिन तेंदुलकर नहीं खेल रहे थे. वर्ल्ड कप के इस मैच से पहले सचिन तेंदुलकर के पिता का निधन हो गया था. जिसकी वजह से वो भारत लौटे थे और इस मैच का हिस्सा नहीं बन पाए थे. इस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया सुपर सिक्स राउंड से बाहर हो गई थी.
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