टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने क्रिकेट में एक से बढ़कर एक इतिहास रचा है. लेकिन ये विश्व रिकॉर्ड कुछ खास है. 25 मई 2007 को ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ टीम इंडिया टेस्ट मैच खेलने उतरी. भारत को पहले बल्लेबाजी करने का मौका मिला. भारतीय बल्लेबाजों ने वो रिकॉर्ड बना डाला, जिसे आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है. टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर के 4 बल्लेबाजों ने शतक लगाया और इतिहास रच दिया. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ये पहला मौका था, जब किसी टीम के टॉप 4 बल्लेबाजों ने एक ही पारी शतक जमाया हो. चलिए आपको इस टेस्ट मैच की पूरी कहानी बताते हैं.
बांग्लादेश ने टॉस जीता, पहले गेंदबाजी का फैसला-
टीम इंडिया के कप्तान राहुल द्रविड़ और बांग्लादेश के कप्तान हबीबुल बशर के बीच टॉस हुआ. बांग्लादेश के कप्तान ने टॉस जीत लिया और फिल्डिंग का फैसला किया. टीम इंडिया की बल्लेबाजों को पहले बल्लेबाजी करने का मौका मिला. जब टीम के बल्लेबाज क्रीज पर उतरे तो इतिहास रचकर ही वापस पवेलियन लौटे.
टॉप ऑर्डर के 4 बल्लेबाजों ने लगाया शतक-
टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर के 4 बल्लेबाजों ने इतिहास रच दिया. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था कि क्रीज पर उतरे किसी टीम के टॉप 4 बल्लेबाजों ने शतक बनाया हो. वसीम जाफर और दिनेश कार्तिक ने ओपनिंग की. दोनों शतक बनाया. इसके अलावा कप्तान राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर ने भी शतक जमाया. टीम इंडिया का ये रिकॉर्ड आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है.
बिना विकेट खोए 400 रन और 4 बल्लेबाजों की बैटिंग-
इस टेस्ट में टीम इंडिया ने बिना विकेट खोए 400 रन का आंकड़ा पार किया था. इसमें 4 बल्लेबाजों ने बैटिंग की थी. लेकिन कोई खिलाड़ी आउट नहीं हुआ था. दरअसल वसीम जाफर और दिनेश कार्तिक ओपनिंग करने क्रीज पर आए थे. दोनों ने 175 रन की साझेदारी की. लेकिन इस स्कोर पर कार्तिक रिटायर्ड हर्ट हो गए. इसके बाद राहुल द्रविड़ क्रीज पर आए और उन्होंने टीम का स्कोर 281 रनों तक पहुंचाया. लेकिन जाफर भी इस स्कोर पर रिटायर्ड हर्ट हो गए. अब मैदान पर सचिन तेंदुलकर उतरे. जब टीम का स्कोर 408 रन था तो राहुल द्रविड़ आउट हुए. इस तरह से टीम इंडिया का पहला झटका लगा.
टीम इंडिया की बल्लेबाजी-
बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले टीम इंडिया को बल्लेबाजी करने का मौका दिया. दिनेश कार्तिक और वसीम जाफर ओपनिंग करने मैदान पर उतरे. दिनेश कार्तिक ने 129 रन की पारी खेली. उन्होंने इस दौरान 16 चौके लगाए. जबकि वसीम जाफर ने 138 रनों की पारी खेली थी. इसके बाद वो रिटायर्ड हर्ट हो गए थे. उन्होंने इस पारी के दौरान 17 चौके लगाए. टेस्ट की इस पारी में राहुल द्रविड़ ने भी शतकीय पारी खेली थी. उन्होंने 129 रन बनाए थे. उन्होंने 15 चौके और एक छक्का लगाया था. दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने भी शतकीय पारी खेली थी. सचिन ने नाबाद 122 रन बनाए थे. उन्होंने 8 चौके और एक छक्का लगाया था. जबकि सौरभ गांगुली ने 15 रन और महेंद्र सिंह धोनी ने 51 रन की पारी खेली थी. धोनी इस पारी में 4 छक्के लगाए थे. टीम इंडिया ने 610 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था.
बांग्लादेश की पहली पारी-
टीम इंडिया की पारी के बाद बांग्लेदश के बल्लेबाज बैटिंग करने उतरे. बांग्लादेश की शुरुआत काफी खराब रही. 7 रन के कुल स्कोर पर 4 बल्लेबाज पवेलियन जा चुके थे. विकटों का गिरना लगातार जारी रहा और बांग्लादेश की पूरी टीम सिर्फ 118 रन के स्कोर पर आउट हो गई. सबसे ज्यादा 30 रन साकिब अल हसन ने बनाया था. इसके बाद बांग्लादेश को फॉलो ऑन खेलने का मौका मिला.
बांग्लादेश की दूसरी पारी-
दूसरी पारी में भी बांग्लादेश की शुरुआत अच्छी नहीं रही. सलामी बल्लेबाज जावेद उमर बिना खाता खोले आउट हो गए. विकेटों का गिरना लगातार जारी रहा. बांग्लादेश की पूरी टीम 253 रन पर ऑलआउट हो गई. इस तरह से टीम इंडिया ने एक पारी और 239 रन से टेस्ट मैच जीत लिया. दूसरी पारी में बांग्लादेश के मोहम्मद अशरफुल ने 67 रन की पारी खेली थी और मशरूफ मुर्तजा ने 70 रन बनाए थे. इन दोनों बल्लेबाजों के अलावा कोई नहीं चल पाया था.
सचिन चुने गए प्लेयर ऑफ द सीरीज-
इस टेस्ट में जीत में अहम भूमिका निभाने वाले जहीर खान को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. जहीर खान ने पहली पारी में 5 बल्लेबाजों को आउट किया था, जबकि दूसरी पारी 2 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा था. जबकि 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में सचिन तेंदुलकर को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया था. सचिन ने सीरीज में 254 रन बनाए थे और 3 खिलाड़ियों को आउट किया था.
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