क्रिकेट इस देश में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले खेलों में से एक है. क्रिकेट प्लेयर्स को भारत में भगवान का दर्जा दिया जाता है और उनसे काफी उम्मीदें भी रखी जाती हैं. ऐसे में अगर भारतीय टीम कोई मैच हार जाती है तो ना सिर्फ खिलाड़ियों की परफॉरमेंस पर सवाल उठाया जाता है बल्कि उन पर निजी हमले भी किए जाते हैं. वहीं जीतने पर उन्हें सर-आंखों पर बैठा लिया जाता है. टीम के पहले मैच से लेकर आजतक भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के पास अनगिनत खट्टी-मीठी यादें हैं. ऐसे ही 3 फरवरी का दिन भारत के क्रिकेट इतिहास में काफी खास है.
अंडर-19 विश्व कप 2022 सेमी फाइनल
आज अंडर-19 विश्व कप के सेमीफाइनल में भारत का सामना ऑस्ट्रेलिया से चल रहा है. भारत ने बुधवार को यहां अंडर-19 विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया के खिलाफ टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया है. भारत ने अंडर-19 विश्व कप चार बार और ऑस्ट्रेलिया ने तीन बार जीता है. भारत 2020 विश्व कप में रनर अप रहा था. वहीं, 2018 और 2016 में भी टीम फाइनल में पहुंची थी. ऐसे में भारतीय टीम यह मैच जीतकर लगातार चौथी बार फाइनल में पहुंचना चाहेगी. भारत और ऑस्ट्रेलिया में से जीतने वाली टीम फाइनल में इंग्लैंड से भिड़ेगी.
चौथी बार अंडर 19 विश्व कप अपने नाम किया
तीन फरवरी का दिन भारतीय क्रिकेट के लिए एक यादगार दिन है. फरवरी 2018 में इस दिन भारत ने चौथी बार अंडर 19 का क्रिकेट विश्व कप अपने नाम किया था. न्यूजीलैंड के बे ओवल मैदान में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने आस्ट्रेलिया की तगड़ी टीम को आठ विकेट से मात दी. भारतीय गेंदबाजों ने आस्ट्रेलिया की टीम को 216 रन पर समेटकर बल्लेबाजों के काम को आसान कर दिया और उसके बाद मनजोत कालरा ने 102 रन की शानदार पारी खेलकर अपनी टीम को रिकॉर्ड चौथी बार विश्व कप की बादशाहत दिला दी.
2018 वर्ल्ड कप में नाबाद रही थी भारतीय टीम
2018 में भारत ने न्यूजीलैंड में आयोजित अंडर 19 क्रिकेट विश्व कप में रिकार्ड चौथी बार खिताबी विजय दर्ज की थी. पृथ्वी शॉ की अगुवाई में भारतीय टीम टूर्नामेंट में नाबाद रही थी और अपने सभी छह मैच जीते थे. सेमीफाइनल में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान पर प्रचंड जीत के बाद ही भारतीय टीम ट्रॉफी की प्रबल दावेदार बन गई थी. भारत ने पाकिस्तान को 203 रनों से हराकर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ंत की थी. 217 रनों के मामूली लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत को सलामी बल्लेबाज मनजोत कालरा की नाबाद 101 और विकेटकीपर हार्विक देसाई की नाबाद 47 रनों की पारी ने आसानी से जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया था. भारत ने 38.5 ओवरों में आराम से लक्ष्य हासिल कर रिकॉर्ड चौथी बार अंडर 19 क्रिकेट वर्ल्ड कप की ट्रॉफी उठाई थी.
67 बॉल शेष रहते हासिल की थी जीत
फाइनल मैच में भारत की शुरुआत अच्छी रही थी और सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ और कालरा ने शुरुआत में तेज रन जोड़े. ऑस्ट्रेलिया ने आखिरकार विल सदरलैंड के साथ भारतीय कप्तान शॉ (29) को क्लीन बोल्ड कर 71 रन की साझेदारी को तोड़ा. शुभमन गिल और कालरा ने अर्धशतक के साथ पारी को आगे बढ़ाया. दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 70 रन की साझेदारी की. भारत ने 38.5 ओवर में दो विकेट के नुकसान पर 220 रण बनाकर फाइनल जीत लिया. भारत ने ये मैच 67 बॉल शेष रहते ही जीत लिया. फाइनल में 102 बॉल पर नाबाद 101 रन बनाने वाले मनजोत कालरा मैन ऑफ द मैच रहे. जबकि पूरे टूर्नामेंट में 372 रन बनाने वाले शुभं गिल को मैन ऑफ द सीरीज का टाइटल मिला.