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9th May in Cricket History: क्या था Kerry Packer का World Series Plan, जिसके बाद बदल गई क्रिकेट की दुनिया

Kerry Packer World Series: ऑस्ट्रेलिया के बड़े टीवी नेटवर्क चैनल 9 के मालिक कैरी पैकर ने 9 मई 1977 को वर्ल्ड सीरीज से पर्दा उठाया. इसके तहत क्रिकेट मैचों का आयोजन होना था. इसमें बड़े खिलाड़ियों के साथ करार किया गया था. इस नए प्लान के सामने आने के बाद वर्ल्ड क्रिकेट में खलबली मच गई. आईसीसी ने खिलाड़ियों पर बैन लगाया. लेकिन कैरी पैकर को कोर्ट से राहत मिल गई.

9 मई 1977 को कैरी पैकर के वर्ल्ड सीरीज प्लान से पर्दा उठा था (Photo/Twitter) 9 मई 1977 को कैरी पैकर के वर्ल्ड सीरीज प्लान से पर्दा उठा था (Photo/Twitter)

क्रिकेट के इतिहास में 9 मई का दिन काफी अहम है. आज के दिन ही कुछ ऐसा हुआ था, जिसके बाद क्रिकेट की दुनिया पूरी तरह से बदल गई. पहले क्रिकेट का मतलब सफेद लिबास का खेल होता था. लेकिन उस दिन के बाद क्रिकेट में रंग भरने लगा. आज दर्शकों को आईपीएल जैसा धमाकेदार और चकाचौंध भरा क्रिकेट देखने को मिल रहा है. आज क्रिकेट का पूरी तस्वीर बदल गई है. क्रिकेट खिलाड़ियों के रंगीन कपड़े, फ्लड लाइट, रात में मैच और चमक-धमक आ गया है. हालांकि ये बदलाव एकाएक नहीं हुआ है, लेकिन आज का दिन यानी 9 मई 1977 को क्रिकेट के एक ऐसे प्लान से पर्दा उठा था, जिसके बाद क्रिकेट में बदलाव का रास्ता साफ हुआ था. चलिए आपको कैरी पैकर की वर्ल्ड सीरीज क्रिकेट के बारे में बताते हैं, जिसके बाद क्रिकेट में रंग भर गया.

9 मई 1977 को क्या हुआ था-
आज के दिन ही कैरी पैकर के वर्ल्ड सीरीज के प्लान से पर्दा उठा था. इसके बाद क्रिकेट की दुनिया में भूचाल आ गया. इसके तहत कैरी ने दुनिया के बड़े खिलाड़ियों के साथ अनुबंध साइन किए और क्रिकेट का आयोजन किया. जिस दिन ये नया प्लान दुनिया के सामने आया. उस वक्त ऑस्ट्रेलिया की टीम इंग्लैंड के खिलाफ ऐशेज सीरीज की तैयारी कर रही थी. ये खुलासा हुआ कि 17 में से 13 खिलाड़ी कैरी पैकर की वर्ल्ड सीरीज के लिए करार कर चुके हैं. ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड सकते में आ गया. क्रिकेट की दुनिया में हंगामा खड़ा हो गया. क्रिकेटर्स पर आरोप लगाए गए.

कई बड़े खिलाड़ी हुए शामिल-
कैरी पैकर की वर्ल्ड सीरीज से कई बड़े खिलाड़ी जुड़ गए. ऑस्ट्रेलिया के कप्तान इयान चैपल और इंग्लैंड के कप्तान टोनी ग्रेग ने वर्ल्ड सीरीज के लिए करार किया. इसके अलावा वेस्टइंडीज के क्लाइव लायड, विवियन रिचर्ड्स, पाकिस्तान के इमरान खान भी इससे जुड़े. टोनी ग्रेग ने इस सीरीज से खिलाड़ियों को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. बताया जाता है कि ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज के 35 खिलाड़ी इस वर्ल्ड सीरीज से जुड़ गए.

वर्ल्ड क्रिकेट में मचा हंगामा-
कैरी पैकर की वर्ल्ड सीरीज ने सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड बोर्ड को झटका दिया. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के इस करार से जुड़ने का असर ऐशेज सीरीज में भी हुआ. ऑस्ट्रेलिया टीम सीरीज 0-3 से हार गई. इसकी वजह से इंग्लैंड के टोनी ग्रेग को कप्तानी छोड़नी पड़ी. धीरे-धीरे इस वर्ल्ड सीरीज से दुनियाभर के खिलाड़ी जुड़ने लगे. इसके बाद इसमें आईसीसी को कूदना पड़ा. 

आईसीसी का बैन, कोर्ट का फैसला-
इसके बाद आईसीसी ने इसमें दखल दिया. आईसीसी ने कैरी पैकर से मुलाकात की. लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. दोनों में बात नहीं बनी. आईसीसी ने कैरी पैकर के मैचों को अनाधिकृत करार दे दिया. आईसीसी ने खिलाड़ियों को धमकाया भी और कहा कि इस वर्ल्ड सीरीज में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को फर्स्ट क्लास और टेस्ट क्रिकेट खेलने से बैन कर दिया जाएगा. इसके खिलाफ कैरी पैकर कोर्ट चले गए. कोर्ट से पैकर के पक्ष में फैसला आया. हालांकि कोर्ट ने पैकर को अपनी टीम को ऑस्ट्रेलिया कहने और खेले जाने वाले मैचों को टेस्ट मैच नहीं कहने का आदेश दिया. इसके बाद पैकर ने अपने टेस्ट को सुपरटेस्ट और टीम को डब्ल्यूएससी ऑस्ट्रेलिया इलेवन नाम दिया.

वर्ल्ड सीरीज में हुए थे कई बदलाव-
वर्ल्ड सीरीज के दौरान क्रिकेट के खेल में कई बदलाव किए गए थे. उस दौरान ही डे-नाइट मैच का आयोजन किया गया. फ्लड लाइट का इस्तेमाल किया गया. जिसको खूब पसंद किया गया. फील्डिंग लगाने को लेकर नए प्रयोग किए गए. खिलाड़ियों के लिए रंगीन कपड़ों का इस्तेमाल किया गया. इस दौरान पैकर को मैचों के आयोजन के लिए मैदान भी नहीं मिले तो उन्होंने फुटबॉल के मैदान पर क्रिकेट के मैच आयोजित कराए.
कैरी पैकर की वर्लड सीरीज 17 महीने चली. इसके बाद उनको ब्रॉडकास्टिंग के अधिकार मिल गए और उन्होंने इस सीरीज को खत्म कर दिया.

पैकर ने क्यों शुरू किया वर्ल्ड सीरीज-
कैरी पैकर ऑस्ट्रेलिया के बड़े टीवी नेटवर्क चैनल 9 के मालिक थे. कैरी 1977-78 के घरेलू सीरीज के टेस्ट मैच को अपने चैनल पर दिखाना चाहते थे. इसके लिए वो इसके ब्रॉडकास्टिंग राइट्स खरीदना चाहते थे. उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड को मोटी रकम ऑफर की थी. लेकिन बोर्ड ने उनके ऑफर को ठुकरा दिया. ये बात कैरी को बुरी लगी और उन्होंने एक प्लान बनाया. इसके तहत उन्होंने चुपके से खिलाड़ियों के साथ करार किया और वर्ल्ड सीरीज का आयोजन किया.
कैरी पैकर के वर्ल्ड सीरीज को दुनियाभर की मीडिया ने निशाने पर लिया. पत्रकार जॉन एर्लाट ने इसे पैकर की सर्कस कहा था.

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