भारत का एशियन गेम्स 2023 में लगातार शानदार प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. शूटिंग में सिफत कौर सामरा ने गोल्ड तो अनंतजीत सिंह नरुका ने सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाकर भारत का नाम रोशन किया है.
सिफ्ट कौर ने बनाया रिकॉर्ड
भारत की सिफत कौर सामरा ने एशियाई खेलों की महिला 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन व्यक्तिगत स्पर्धा में दबदबा बनाते हुए विश्व रिकॉर्ड स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि आशी चौकसी भी कांस्य पदक जीतने में सफल रहीं. सिफत ने फाइनल में 469.6 अंक जुटाए. उन्होंने ब्रिटेन की सियोनेड मैकिनटोश के फाइनल के 467.0 अंक के विश्व रिकॉर्ड में 2.6 अंक का सुधार किया.
सिफत ने क्वॉलिफाइंग दौर में भी संयुक्त रूप से एशियाई रिकॉर्ड बनाया था. आशी ने 451.9 अंक के साथ कांस्य पदक हासिल किया. सिफत के दबदबे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रजत पदक जीतने वाली चीन की कियोंगयुई झेंग (462.3) उनसे 7.3 अंक पीछे रहीं. इससे पहले सिफत, आशी और माणिनी कौशिक ने महिला 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में टीम स्पर्धा का रजत पदक भी जीता.
आशी, माणिनी और सिफत की तिकड़ी क्वॉलिफिकेशन में 1764 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रही. मेजबान चीन ने कुल 1773 अंक के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया जबकि दक्षिण कोरिया ने 1756 अंक के साथ कांस्य पदक जीता. सिफत और आशी ने क्रमश: दूसरे और छठे स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई थी. सिफत ने 594 अंक बनाए जो क्वॉलिफाइंग में संयुक्त रूप से नया एशियाई रिकॉर्ड है.
सिफ्ट ने शूटिंग के लिए डॉक्टरी की पढ़ाई बीच में छोड़ दी
सिफत कौर सामरा पंजाब के फरीदकोट की रहने वाली हैं. उनके पिता पवनदीप सिंह किसान हैं. एशियन गेम्स में देश का नाम रोशन करने वालीं सिफत कौर सामरा को अपने खेल को जारी रखने के लिए डॉक्टरी की पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ी थी. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि मेडिकल कॉलेज में शॉर्ट अटेंडेंस के कारण एग्जाम देने से रोक दिया गया था, जिस वजह से मेडिकल की पढ़ाई बीच में रुक गई.
सामरा का यहां तक का शूटिंग का सफर आसान नहीं रहा. एक बार उन्होंने अपने प्रदर्शन से निराश होकर शूटिंग छोड़ने का मन भी बना लिया था. लेकिन, फिर उन्होंने मेहनत की और पिछले महीने वर्ल्ड शूटिंग चैम्पियनशिप में भारत को पेरिस ओलिंपिक का छठा कोटा दिला दिया. इसके बाद अब एशियन गेम्स में लाजवाब प्रदर्शन किया.
अनंतजीत ने कुल 58 प्वाइंट्स किए आर्जित
25 वर्षीय अनंतजीत सिंह ने बेहतरीन खेल दिखाते हुए सटीक निशाने लगाए और कुल 58 प्वाइंट्स आर्जित किए. अनंतजीत गोल्ड मेडल जीतने के भी काफी करीब थे, लेकिन उनके कुछ शॉट्स निशाने पर नहीं लगे. 60 में 60 स्कोर करने वाले अबदुल्लाह अल रशीदी ने गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया. एशियन गेम्स 2023 में शूटिंग के खेल में यह भारत की झोली में 11वां मेडल आया है.
49 साल बाद आया पदक
मेंस स्कीट एकल इवेंट में भारत ने 49 साल बाद मेडल पर कब्जा जमाया है. अनंतजीत सिंह ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए इस इवेंट में 49 साल का सूखा खत्म किया.
अनंतजीत के हुनर को पिता ने पहचाना
राजस्थान के अनंतजीत सिंह को पिता दलपत सिंह ने उंगलियां पकड़ कर चलना सिखाया. थोड़ा बड़ा हुआ तो पिता के साथ शूटिंग रेंज तक जाने लगे. 10 साल की उम्र से पिता से निशानेबाजी करने की जिद करने लगे. धीरे-धीरे पिता ने बेटे के हुनर को पहचाना और जब उन्हें लगा उनका बेटा दिग्गजों को चुनौतियां देने के लिए तैयार है तो उतार दिया मैदान में.
आज उसी बेटे ने मेडल हासिल कर पिता को गौरवांवित कर दिया. अनंतजीत को उनके पिता ने कोचिंग दी है. इस बात का गर्व है अनंतजीत को. कहते हैं, पिता के कोच होने का एक फायदा भी है. कभी कोई गलत चीज नहीं बताएंगे. मुझे चलना पिता ने सिखाया, निशानेबाजी उन्हीं ने सिखाई .
चार दिनों में मेडल टैली में भारत
भारत को एशियन गेम्स में अब तक 22 मेडल हो चुके हैं. इनमें 5 गोल्ड हैं. इनमें 3 गोल्ड शूटिंग में आए हैं. एक गोल्ड घुड़सवारी टीम इवेंट में जीता. वहीं, महिला विमेंस क्रिकेट टीम ने भी गोल्ड जीता. इसके अलावा भारत को 7 सिल्वर मिले हैं. इनमें शूटिंग में 4, रोइंग में 2 और सेलिंग में 1 है. वहीं अब तक भारतीय खिलाड़ियों ने 10 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं. जिसमें रोइंग में 3 और शूटिंग में 6 ब्रॉन्ज मेडल मिले हैं, जबकि 2 सेलिंग में आए हैं.
गुड न्यूज टुडे चैनल को WhatsApp पर फॉलो करें