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Asian Para Games 2023: पैरा एशियन गेम्स में छाई जम्मू की 16 साल की तीरंदाज शीतल देवी...नीरज और सोनीपत के सुमित ने भाला फेंक में दिखाया कमाल

भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने इस बार 111 पदक जीतकर प्रतियोगिता में इतिहास रच दिया. पहले पैरा एशियाई खेल 2010 में ग्वांग्झू में हुए थे जिसमें भारत 14 पदक जीतकर 15वें स्थान पर रहा था. इसके बाद 2014 में भारत 15वें और 2018 में नौवे स्थान पर रहा.

Sheetal Devi Sheetal Devi

भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता में इतिहास रचकर हांगझोउ पैरा एशियाई खेलों में अपने अभियान का अंत 111 पदक जीतकर किया जो किसी भी बड़े अंतरराष्ट्रीय बहु खेल टूर्नामेंट में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. प्रतियोगिता में भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने 29 गोल्ड, 31 सिल्वर और 51 ब्रॉन्ज मेडल जीते. इसके साथ वो पांचवे स्थान पर रहा.

विश्व की पहली भुजाहीन महिला तीरंदाज शीतल देवी ने भारत के लिए पैरा एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता है. शीतल देवी जम्मू से हैं और बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं. तमाम चुनौतियों के बावजूद आज वह इस मुकाम पर पहुंची हैं. महज 11 महीने की ट्रेनिंग ने शीतल को गोल्ड दिलाया है. शीतल ने सभी के लिए एक मैसेज दिया है कि कोई भी कमी या चुनौती आपको आगे बड़ने से नहीं रोक सकती.

सेना ने लिया था गोद
इसी के साथ शीतल देवी एशियाई पैरा खेलों में एक ही सत्र में दो गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई है. उन्होंने महिलाओं के व्यक्तिगत कंपाउंड वर्ग में शुक्रवार को शीर्ष स्थान हासिल किया. शीतल की उम्र 16 साल है और वह अपने पैरों से तीर चलाती है. इससे पहले उन्होंने कंपाउंड मिश्रित वर्ग में स्वर्ण और महिला युगल में रजत जीता था. किश्तवाड़ के दूरस्थ इलाके में सैन्य शिविर में पाई गई शीतल को भारतीय सेना ने बचपन में गोद ले लिया था.

नीरज ने जेवलिन थ्रो में जीता गोल्ड
नीरज यादव भले ही व्हीलचेयर के सहारे से चलाते हो लेकिन उनका भाला स्पीड से दौड़ता है.  पैरा गेम्स में भाला फेंक में गोल्ड जीतने वाले नीरज ने बताया कि प्रदेश की सरकार का अब खिलाड़ियों को काफी सहयोग मिल रहा है.  मुख्यमंत्री योगी की तारीफ करते हुए नीरज ने कहा कि मां-बाप की सोच के साथ-साथ अब सरकार का सहयोग मिलने से उनके जैसे कई खिलाड़ी इस मुकाम तक पहुंच पाए हैं. नीरज यादव ने पुरुषों के एफ-55 जेवलिन थ्रो में 33.69 मीटर का नया गेम रिकॉर्ड बनाकर स्वर्ण पदक हासिल किया, जबकि टेक चंद ने 30.36 मीटर के थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता है

सुमित ने तीसरे प्रयास में किया रिकॉर्ड प्रदर्शन
चीन के हांगझोऊ में आयोजित हो रहे पैरा एशियन गेम्स में गांव खेवड़ा के लाडले सुमित आंतिल ने शानदार प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक जीता है. सुमित ने भाला फेंक में इस बार पर एशियन गेम्स में खुद का ही वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ा है. उन्होंने कहा कि उनकी इस उपलब्धि से प्रभावित होकर वे सभी लोग आगे बढ़ने की कोशिश करेंगे जो किसी हादसे का शिकार हुए हों और निराशा में जिंदगी जी रहे होंगे. सुमित ने 73.29 मीटर के थ्रो के साथ एशियन पैरा गेम्स रिकॉर्ड और विश्व रिकॉर्ड को तोड़ा है. करीब नौ साल पहले पहले हुए सड़क हादसे में एक पैर गंवाने के बाद भी सुमित ने जिंदगी से कभी हार नहीं मानी और बुलंद हौसले से हर परिस्थिति का डटकर मुकाबला किया.