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Asian Wrestling Championships: बचपन में माता-पिता को खोया, चाचा ने छत्रसाल में कराया भर्ती... इस तरह से कुश्ती के दिग्गज खिलाड़ी बने Aman Sehrawat

Wrestler Aman Sehrawat Story: अमन सहरावत ने एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर कमाल कर दिया है. बचपन में ही अमन के सिर से माता-पिता का साया उठ गया था. चाचा ने अमन की देखभाल की और उनको छत्रसाल स्टेडियम में भर्ती कराया. अब अमन सहरावत एशियाई चैंपियन बनकर निकले हैं. पिछले साल अमन ने अंडर 23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में इतिहास रचा था.

एशियाई रेसलिंग चैंपियनशिप में अमन सहरावत ने गोल्ड मेडल जीता (Twitter/SAI Media) एशियाई रेसलिंग चैंपियनशिप में अमन सहरावत ने गोल्ड मेडल जीता (Twitter/SAI Media)

19 साल के पहलवान अमन सहरावत ने एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कमाल कर दिया है. अमन ने भारत को गोल्ड मेडल दिलाया है. फाइनल मुकाबले में अमन सहरावत ने मेजबान किर्गिस्तान के पहलवान अल्माज समानबेकोव को हराकर गोल्ड पर कब्जा किया. अमन ने समानबेकोव को 9-4 से मात दी.

अमन सहरावत का कमाल-
एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप किर्गिस्तान के अस्ताना में चल रही है. पुरुषों के फ्रीस्टाइल 75 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में अमन सहरावत ने गोल्ड मेडल पर कब्जा किया है. सहरावत ने क्वार्टर फाइनल में जापान के रिकुतो अराई को 7-1 से हराया था. जबकि सेमीफाइनल में चीन के खिलाड़ी को मात दी थी. सहरावत ने चीन के वानहाओ झू को 7-4 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी.

अंडर 23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी रचा था इतिहास-
अमन सहरावत ने पिछले साल अंडर 23 रेसलिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था. ऐसा करने वाले वो भारत क पहले पहलवान बने हैं. अमने ने ये कारनामा सिर्फ 18 साल की उम्र में किया था. उन्होंने फाइनल मुकाबले में टर्की के पहलवान अहमत डूमन के खिलाफ 12-4 से जीत दर्ज की थी. अंडर 23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में अब तक अमन को छोड़कर कोई भी खिलाड़ी गोल्ड मेडल नहीं जीत पाया है. इस प्रतियोगिता में बजरंग पुनिया और रवि दहिया ने सिल्वर मेडल दिया था.

बचपन में माता-पिता को खोया-
अमन सहरावत ने बचपन में ही अपने माता-पिता को खो दिया. अमन 11 साल की उम्र में अनाथ हो गए. जब वो सिर्फ 10 साल के थे तो उनकी मां कमलेश का निधन हो गया. अमन की मां अवसाद से पीड़ित थीं. एक साल बाद अमन के पिता सोमवीर भी दुनिया छोड़कर चले गए. अमन के चाचा ने उनकी देखभाल की.

12 साल की उम्र से छत्रसाल में ट्रेनिंग-
अमन सहरावत का जन्म हरियाणा के झज्जर जिले के भरोड़ गांव में हुआ था. 12 साल की उम्र से अमन ने दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में ट्रेनिंग ले रहे हैं. उन्होंने भारत के लिए यूथ लेवल पर कई मेडल जीते हैं. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमन के कोच ललित ने बताया कि अमन जब शुरू में आए थे, तो वो काफी शर्मीले थे. अमन ने छत्रसाल स्टेडियम जाने से पहले झज्जर के बिरोहर गांव के एक स्थानीय अखाड़े से शुरूआत की थी.

अमन ने जीते इतने मेडल-
अमन ने साल 2018 में विश्व कैडेट चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था. इसके बाद उन्होंने इसी आयु वर्ग में एशियाई खिताब जीता था. साल 2021 में अमन सहरावत नेशनल चैंपियन बने. इसके बाद साल 2022 में उन्होंने अंडर 23 एशियाई चैंपियनशिप और विश्व खिताब जीता था. साल 2023 की शुरुआत में अमन ने रैंकिंग सीरीज में पहला सीनियर मेडल ब्रॉन्ज के तौर पर जीता था. लेकिन अब एशियाई चैंपियनशिप में अमन सहरावत के पास गोल्ड मेडल है.

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