दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 26 और 27 अक्टूबर को आयोजित गायक दिलजीत दोसांझ के संगीत कार्यक्रम (Diljit Dosanjh Concert) के बाद स्टेडियम की हालत बिगड़ गई है. स्टेडियम में कूड़ा और शराब की खाली बोतलें भरी हुई हैं. स्टेडियम के ट्रैक पर कूड़ा बिखरा हुआ है जबकि एथलीट टूटे हुए उपकरणों की शिकायत कर रहे हैं.
दिल्ली के मध्यम दूरी के धावक बेअंत सिंह ने इंस्टाग्राम पर स्टेडियम से एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने स्टेडियम के हालात को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एथलीट इस वजह से अगले 10 दिनों तक स्टेडियम में ट्रेनिंग नहीं कर पाएंगे.
वीडियो में क्या बोले बेअंत सिंह?
बेअंत सिंह ने कॉन्सर्ट के अगले दिन स्टेडियम जाकर एक वीडियो शूट किया. इस वीडियो में बेअंत सिंह ने कहा, "यह औकात है भारत में खेलों की, खिलाड़ियों की और स्टेडियम की. जहां बच्चे प्रैक्टिस करते हैं, वहीं लोग शराब पीकर नाच-गाना करते हैं. फिर 10-10 दिन के लिए स्टेडियम बंद रहते हैं. और बच्चों का सामान (खेल इक्विपमेंट) तोड़-फोड़कर फेंक दिया जाता है."
उन्होंने कहा, "चार साल बाद सोशल मीडिया के विद्वानों को याद आता है कि ओलंपिक भी कोई चीज होती है. फिर भारत की इतनी आबादी होने के बाद भी मेडल क्यों नहीं आते. मेडल इसलिए नहीं आते क्योंकि खिलाड़ियों को जो इज्जत और समर्थन मिलना चाहिए वह नहीं मिलता. अगर कोई मेहनत करके मेडल ले आता है तो उसे ही आगे रखकर प्रोमोट किया जाता है. जमीनी स्तर पर बच्चों को सपोर्ट नहीं किया जाता."
बेअंत ने इस वीडियो के साथ एक तस्वीर भी साझा की, जिसमें देखा जा सकता है कि बाधा दौड़ (Hurdle Race) में इस्तेमाल होने वाले बहुत से हर्ड्ल एक कोने में लदे हुए हैं. इनमें से कुछ हर्डल टूट भी गए हैं. बेअंत ने वीडियो के कैप्शन में लिखा है, "बच्चों का जो नुकसान हुआ है, कम से कम वह तो उन्हें दिया जाए. बच्चे खुद इक्विपमेंट्स लेकर आते हैं प्रैक्टिस के लिए."
प्राधिकरण ने क्या कहा?
इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में कोई टूर्नामेंट आयोजित नहीं किया जा रहा है. ऐसे समय पर यह स्टेडियम युवा एथलीट्स के लिए खुला रहता है ताकि वे यहां आकर अभ्यास कर सकें. भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) और कार्यक्रम के आयोजकों में से एक सारेगामा इंडिया के बीच हुए कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार, स्टेडियम को एक नवंबर तक तैयार स्थिति में सौंप दिया जाना था.
इस बीच, भारतीय खेल प्राधिकरण ने स्टेडियम की तस्वीरें और एक बयान जारी कर कहा है कि स्टेडियम 31 अक्टूबर को पंजाब एफसी और चेन्नईयिन एफसी के बीच होने वाले इंडियन सुपर लीग (ISL) मैच की मेजबानी करने के लिए तैयार है. बयान में कहा गया कि फिलहाल जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में कोई कैंप आयोजित नहीं हो रहे. और कॉन्सर्ट के बाद उसे साफ भी कर दिया गया है.
प्राधिकरण ने बयान में कहा, "दिलजीत दोसांझ के कॉन्सर्ट के आयोजकों ने पूरे किराये के शुल्क पर सफाई के लिए जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम को 28 अक्टूबर, 2024 (सोमवार) तक बुक किया था. आयोजकों के साथ साई के अनुबंध में साफ तौर पर कहा गया है कि वे स्टेडियम को उसी तरह लौटाएंगे जैसे उन्हें सौंपा गया था."
बयान में कहा गया, "जेएलएन स्टेडियम में प्रशिक्षण या अभ्यास करने वाले केवल एथलीटों को 'आओ और खेलो' योजना के तहत अनुमति दी जाती है, जो ज्यादातर उन बच्चों के लिए है जो अभी शुरुआत कर रहे हैं. अभी कोई जूनियर या सीनियर वर्ग का कैंप भी नहीं चल रहा है. दो दिनों में लगभग 70,000 लोगों ने संगीत कार्यक्रम में भाग लिया और सफाई पहले ही पूरी हो चुकी है."