ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया ने रविवार (18 सितंबर) को सर्बिया में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में अपना चौथा पदक जीता है. वह बेलग्रेड में पुरुषों के 65 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतने के लिए प्यूर्टो रिको के सेबेस्टियन रिवेरा को 11-9 से हराकर 0-6 से नीचे आए.
उतरे थे 30 लोग
क्वार्टर फाइनल में यूएसए के जॉन माइकल डायकोमिहालिस से हारने वाले बजरंग ने रेपेचेज राउंड के माध्यम से कांस्य पदक प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई किया जहां उन्होंने आर्मेनिया के वाजेन तेवन्यान को 7-6 से हराया. यह बजरंग का विश्व में तीसरा ब्रॉन्ज मेडल है. प्रसिद्ध भारतीय पहलवान ने इससे पहले 2013 (बुडापेस्ट/60 किग्रा भार वर्ग) में कांस्य, 2018 (बुडापेस्ट/65 किग्रा भार वर्ग) में रजत और 2019 में (नूर-सुल्तान/65 किग्रा भार वर्ग) कांस्य पदक जीता था. भारत ने मौजूदा विश्व चैंपियनशिप के लिए 30 सदस्यीय टीम को मैदान में उतारा था, लेकिन प्रदर्शन काफी खराब रहा और वहां से उसे सिर्फ दो पदक ही हासिल हुए.
क्या है उपलब्धियां?
बजरंग पूनिया कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय पहलवान हैं. उन्होंने 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स और 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीते थे. बजरंग ने 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता. जबकि 2014 इंचियोन एशियाई खेलों में 61 किग्रा भार वर्ग में रजत पदक जीता था. हालांकि टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता रवि कुमार दहिया जल्दी बाहर हो गए थे और पोडियम फिनिश हासिल करने में नाकाम रहे. बजरंग के अलावा, विनेश फोगट ने महिलाओं के 53 किग्रा वर्ग में अपना दूसरा विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक जीता. विनेश ने स्वीडन की एम्मा मालमग्रेन को 8-0 से हराकर कांस्य पदक जीता.