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Women's World Boxing Championship 2023: नीतू घनघस ने गोल्ड मेडल जीतकर रचा इतिहास, फाइनल में मंगोलिया की लुत्साइखान को हराया

भारत की महिला मुक्केबाज Nitu Ghanghas ने नई दिल्ली में आयोजित women's world boxing championship 2023 में इतिहास रच दिया है. 48 किग्रा भारवर्ग के फाइनल में नीतू ने मंगोलिया की लुस्ताइखान अल्तानसेत्सेग को 5-0 मात देकर गोल्ड पदक पर कब्जा जमा लिया.

पदक जीतने के बाद लाल ड्रेस में खुश नीतू घनघस (फोटो पीटीआई) पदक जीतने के बाद लाल ड्रेस में खुश नीतू घनघस (फोटो पीटीआई)
हाइलाइट्स
  • नीतू ने 48 किग्रा भारवर्ग में जीता पदक

  • हरियाणा के भिवानी स्थित धनाना गांव की रहने वाली हैं नीतू

महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2023 में नीतू घनघस ने शनिवार को उम्दा प्रदर्शन करते हुए देश के लिए स्वर्ण पदक जीत लिया. उन्होंने दिल्ली में आईबीए महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 45-48 किग्रा भारवर्ग में मंगोलिया की लुत्साइखान को (5-0) हराया. वह पहली बार विश्व चैंपियन बनी हैं. इससे पहले नीतू सेमीफाइनल में कजाखस्तान की अलुआ बाल्कीबेकोवा को 5-2 से पटखनी देकर फाइनल में पहुंची थीं.

बॉक्सिंग में वर्ल्ड चैंपियन बनने वाली छठी भारतीय महिला
नीतू  घनघस अब एमसी मैरी कॉम, सरिता देवी, जेनी आरएल, लेख केसी और निख़त जरीन सहित विश्व चैंपियन बनने वाली भारतीय महिला मुक्केबाजों के स्पेशल क्लब में शामिल हो गई हैं. वह विश्व चैंपियन बनने वाली भारत की छठी महिला मुक्केबाज हैं.

नीतू की प्रमुख उपलब्धियां
1. वर्ष-2017 में वर्ल्ड चैंपियनशिप गुवाहाटी में स्वर्ण पदक.
2. वर्ष 2018 में एशियन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक.
3. वर्ष-2018 वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक.
4. वर्ष 2022 में सोफिया बुल्गारिया में हुए स्ट्रेडजा कप में स्वर्ण पदक.
5. वर्ष 2022 में बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक.
6. वर्ष 2023 में नई दिल्ली में हुई महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता.

साल 2012 में शुरू किया था खेलना
हरियाणा के भिवानी स्थित धनाना गांव की रहने वाली नीतू ने 2012 में बॉक्सिंग करियर की शुरुआत की थी. उनके कोच जगदीश थे. वह निरंतर मेहनत करती रहीं  और आज इस मुकाम पर पहुंची हैं. वह मुक्क्केबाज विजेंद्र सिंह को अपनी प्रेरेणा मानती हैं. मुक्क्केबाज विजेंद्र सिंह के 2010 ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद नीतू ने भी मुक्केबाजी में अपना हाथ आजमाने की ठानी. 

मिनी क्यूबा के नाम से भी जानी जाती हैं नीतू 
मिनी क्यूबा के नाम से फेमस नीतू के मुक्कों से अनुभवी भारतीय मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम लड़खड़ा गई थीं. रिंग में मैच के दौरान मैरीकॉम को घुटने में चोट लगने के बाद राष्ट्रमंडल खेलों के 48 किग्रा के ट्रायल के बीच में ही हटने के लिए मजबूर होना पड़ा था. छह बार की विश्व चैंपियन मैरीकॉम को सेमीफाइनल के पहले राउंड में ही नीतू ने धूल चटा दी थी.

पिता ने बेटी के लिए अपनी नौकरी तक दांव पर लगा दी थी
नीतू के पिता जय भगवान हमेशा अपनी बेटी के लिए खड़े रहे. पिता ने बेटी का साथ देने के लिए अपनी नौकरी तक को दांव पर लगा दी. नीतू के पिता चंडीगढ़ विधानसभा में नौकरी करते थे, अपनी बेटी के सपने के लिए  जय भगवान ने अपने पद से अवैतनिक छुट्टी ली और गांव में रहने लगे. नीतू के पिता चार साल तक अवैतनिक छुट्टी पर थे. नीतू के सपनों को पूरा करने के लिए नीतू के पिता ने सब कुछ दांव पर लगा दिया. नीतू अभी चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय से एमपीएड की पढ़ाई कर रही हैं.