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Candidates: भारतीय युवाओं ने देखा World Championship में पहुंचने का सपना, क्या कहते हैं पूर्व World Champions?

इस टूर्नामेंट में ऐतिहासिक तौर पर पहली बार भारत की ओर से तीन खिलाड़ी उतर रहे हैं। लेकिन क्या अधिक खिलाड़ियों के क्वालीफाई करने से भारत के खिताब जीतने की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं?

D Gukesh/(Photo:PTI) D Gukesh/(Photo:PTI)

FIDE Candidates 2024 की शुरुआत में अब कुछ घंटे का ही समय बचा है. इस टूर्नामेंट का पहला मैच भारतीय समयानुसार पांच अप्रैल को रात 12:00 बजे शुरू होगा. टूर्नामेंट में कुल आठ खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. इसे जीतने वाला खिलाड़ी फिडे वर्ल्ड चैंपियनशिप (FIDE World Championship) के लिए वर्तमान विश्व विजेता चीन के डिंग लिरेन (Ding Liren) का सामना करेगा. 

पहली बार उतरे भारत के तीन खिलाड़ी
इस आयोजन में भारत की ओर से रमेशबाबू प्रज्ञानंद (R Praggnanandhaa), डी गुकेश (D Gukesh) और विदित गुजराती (Vidit Gujarathi) हिस्सा ले रहे हैं. ऐसा पहली बार हुआ है कि कैंडिडेट्स में भारत के तीन खिलाड़ी पहुंचे हों. विश्ववनाथन आनंद एकमात्र खिलाड़ी हैं जो 1991 से 2014 के बीच इस टूर्नामेंट में भारत के प्रतिनिधि रह चुके हैं.

आनंद की देखरेख में चमकी पीढ़ी के तीन खिलाड़ियों का एक साथ टूर्नामेंट में उतरना ऐतिहासिक है लेकिन क्या अधिक संख्या होने से भारत के खिताब जीतने के आसार भी ज्यादा हैं?

क्या कहते हैं पूर्व विश्व चैंपियन?
पांच बार के विश्व चैंपियन और भारत के पहले ग्रैंडमास्टर आनंद का मानना है कि भारतीय खिलाड़ी अभी कैंडिडेट्स जीतने के लिए तैयार नहीं हैं और उन्हें फिल्हाल टूर्नामेंट में ढलने पर ध्यान देना चाहिए. 

आनंद ने एक शतरंज पोर्टल के साथ बातचीत में कहा, "भारतीयों का जीतना अभी दूर की बात है. अगर वह टूर्नामेंट में कुछ देर तक बने रहते हैं तो यह बहुत है. अगर उन्हें देर में कुछ मौका मिलता है तो वे उसे लपक सकते हैं."

उन्होंने कहा, "उन्हें अभी टूर्नामेंट में ढलने की कोशिश करनी चाहिए और अच्छा खेलने की कोशिश करनी चाहिए। टूर्नामेंट जीतने के बारे में बाद में सोचा जा सकता है." 

आनंद का मानना है कि अमेरिका के हिकारू नाकामूरा और फाबियानो करुआना कैंडिडेट्स जीतकर विश्व चैंपियनशिप में पहुंचने के प्रबल दावेदार हैं. आनंद की तरह ही पांच बार के विश्व चैंपियन और दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन की भी यही राय है. 

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भारतीय खिलाड़ियों पर क्या कहते हैं कार्लसन? 
नॉर्वे में जन्मे कार्लसन का कहना है कि नाकामूरा और करुआना विश्व चैंपियनशिप जीतने के दावेदार हैं. हालांकि भारतीय खिलाड़ियों के बारे में उन्होंने कोई सकारात्मक राय नहीं दी. कार्लसन की राय में भारत के सबसे मजबूत खिलाड़ी प्रज्ञानंद हैं, लेकिन वह भी अभी टूर्नामेंट जीतने के लिए तैयार नहीं हैं. 

कार्लसन ने एक शतरंज पोर्टल पर विशेष बातचीत के दौरान कहा, "मुझे नहीं लगता कि प्रज्ञानंद अभी टूर्नामेंट जीतने के लिए तैयार है. उनके जीतने की संभावनाएं बहुत कम हैं. लेकिन मुझे यह भी नहीं लगता कि उनका टूर्नामेंट बहुत खराब जाएगा. उनकी कुछ कमियां हैं लेकिन मानसिक तौर पर वह काफी स्थिर हैं." 

इसके अलावा कार्लसन ने कहा कि 2023 फिडे सर्किट के विजेता डी गुकेश का टूर्नामेंट "खराब जाने की संभावनाएं ज्यादा हैं."
उन्होंने कहा, "मैं उन्हें जीतता हुआ नहीं देख पा रहा हूं. मुझे लगता है कि वह एक-दो मैच जीतेंगे लेकिन कुछ मैच बहुत बुरी तरह हारेंगे. अभी वह छलांग लगाने के लिए तैयार नहीं हैं. उनके लिए यह आयोजन बहुत ख़राब जाने की संभावनाएं ज्यादा हैं." 

भारत की ओर से प्रज्ञानंद फ्रांस के अलिरेजा फिरोजा के खिलाफ अपने टूर्नामेंट की शुरुआत करेंगे, जबकि विदित और गुकेश पहले मैच में एक-दूसरे से ही भिड़ेंगे.

बता दें कि कोनेरू हम्पी और प्रज्ञानंद की बहन आर वैशाली महिला कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. इससे पहले किसी भारतीय महिला ने कैंडिडेट्स टूर्नामेंट नहीं जीता है.