चेतेश्वर पुजारा का करियर खत्म!
पुजारा के लिए टीम इंडिया के दरवाज़े बंद!
बहुत हुआ...अब पुजारा को ड्राप करो!
टीम इंडिया में अब पुजारा की जगह नहीं बनती!
अब से 3 महीने पहले भारतीय टेस्ट टीम के प्रमुख खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा के लिए ऊपर लिखी सभी बातें कही जा रहीं थीं. ऐसा इसलिए क्योंकि पुजारा लंबे वक्त से बड़ी पारियां नहीं खेल पा रहे थे. उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में आखिरी शतक जनवरी 2019 में लगाया था. फिर पुजारा दिसंबर-जनवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान बुरी तरह फ्लॉप रहे. पुजारा तीन टेस्ट मैचों की 6 पारियों में महज 20.66 की औसत से 124 रन ही बना पाए. टेस्ट क्रिकेट में साल 2020 की शुरुआत से अब तक वह महज 26.29 की औसत से रन बना पाए .खराब फॉर्म के चलते उन्हें श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ से बाहर कर दिया गया.
आमतौर पर जब खिलाडी टीम से ड्राप होता है तो लाइम लाइट से दूर हो जाता है. मगर चेतेश्वर पुजारा की स्टोरी यहां से शुरू होती है. ऐसा भी नहीं है की पुजारा के लिए इसके बाद चीज़े तुरंत बदल गईं. टीम इंडिया के लिए 95 टेस्ट मैच खेलने के बाद पुजारा जब ड्राप हुए तब लय हासिल करने के लिए उन्हें घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी खेलने की सलाह दी गई. पुजारा ने सलाह मानी मगर बल्ला अब भी चलने को तैयार नहीं, पुजारा रणजी ट्रॉफी में कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके. 5 पारियों में बल्ले से निकले कुल 191 रन. फिर ख़राब समय में एक और ख़राब खबर आई चेतेश्वर पुजारा को आईपीएल 2022 की मेगा नीलामी में कोई खरीदार नहीं मिला और वह अनसोल्ड रहे.
काउंटी में आए पुजारा और छाए पुजारा
यहां से शुरू होती है पुजारा की मेहनत की कहानी. 34 साल के पुजारा ने भारत में बैठ कर टीवी पर आईपीएल देखने के बजाए इंग्लैंड में काउंटी चैंपियनशिप में भाग लेने के का फैसला किया और निकल पड़े. अपने फॉर्म को बेहतर करने के लिए चेतेश्वर पुजारा का इंग्लैंड में जाकर काउंटी चैंपियनशिप में खेलने का फैसला सुपर-डुपर हिट साबित हुआ. पुजारा काउंटी के इस सीजन में डिविजन 2 में ससेक्स की तरफ से खेल रहे हैं और उनके बल्ले से लगातार शतकीय पारियां देखने को मिल रही हैं. हाल में ही मिडिलसेक्स के खिलाफ खत्म हुए मुकाबले में पुजारा ने 197 गेंदों में 170 रनों की नाबाद शानदार पारी खेली.इसके अलावा पुजारा ने काउंटी के इस सीजन में दो शतक और दो दोहरे शतक भी जड़े हैं. इसके साथ ही चेतेश्वर पुजारा काउंटी 2022 में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं.
चार मैच में चार शतक
चेतेश्वर पुजारा ने अब तक काउंटी चैंपियनशिप 2022 डिविजन 2 में 143.49 के औसत से कुल 717 रन बनाए हैं, जो फिर से उनकी भारतीय टीम में वापसी को लेकर एक मजबूत दावेदारी जरूर पेश कर रहा है. जुलाई में भारतीय टीम को इंग्लैंड के दौरे पर 1 टेस्ट मैच भी खेलना है और पुजारा के फॉर्म को देखते हुए वह टीम के लिए काफी अहम साबित हो सकते हैं. पुजारा ने इस सीजन में डर्बीशायर के खिलाफ दोहरा शतक भी लगाया था. वह काउंटी क्रिकेट में इस आंकड़े तक पहुंचने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं. उनसे पहले केवल भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 1991 और 1995 में काउंटी क्रिकेट में दोहरा शतक बनाया था.
रन बने तो मिली तारीफ
पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने काउंटी चैंपियनशिप 2022 में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा की तारीफ है. मोहम्मद कैफ ने पुजारा की तारीफ करते हुए ट्वीट में लिखा कि टीम में फिर से वापसी करने का यह सबसे शानदार तरीका है जिसमें एक खिलाड़ी शतक और दोहरा शतक लगाता है और ऐसा ही कुछ पुजारा ने किया है.जिसमें कैफ के अनुसार पुजारा सभी को यह याद दिला रहें है कि वह भी मौजूद हैं भले ही वह IPL का इस बार हिस्सा नहीं हैं.
कैफ ने ट्वीट में लिखा कि, महान खिलाड़ी क्या करते हैं जब वह टीम से बाहर होते हैं? वह चयनकर्ताओं का दरवाजा अपने शतक और दोहरे शतक की मदद से खटखटाते हैं, जैसा पुजारा इस समय कर रहे हैं. IPL की चकाचौंध से दूर पुजारा ने सभी को संदेश दिया कि मुझे मत भूलना.
टीम इंडिया के दरवाज़े पर पुजारा
भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ इसी साल 1 जुलाई से 5 जुलाई तक एकमात्र टेस्ट मैच बर्मिंघम के एजबेस्टन में खेलेगी. इस मैच में हालांकि अभी काफी समय बाकी है. लेकिन हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज से बाहर किए जाने के बाद इस पर चर्चा होना लाजिमी है कि पुजारा ने वापसी के लिए अपनी दावेदारी की ताल ठोक दी है. जनवरी 2022 में दक्षिण अफ्रीका में असफल होने के बाद चयनकर्ताओं ने पुजारा को टीम इंडिया से बाहर कर दिया था.हालांकि, चयन समिति के प्रमुख चेतन शर्मा ने पुष्टि की थी कि भविष्य के मैचों के लिए चेतेश्वर पर विचार किया जाएगा, और उन्हें सिर्फ एक श्रृंखला से बाहर रखा गया था.
चेतेश्वर पुजारा का रिकॉर्ड हमेशा से इंग्लैंड में अच्छा रहा है,उन्हें वहां की कंडीशंस पसंद आती हैं. पिछले साल उन्होंने वहां खेले गए चार टेस्ट मैचों में 227 रन बनाए थे जिसमें दो अर्धशतक भी शामिल थे. बड़ी पारी वह जरूर नहीं खेल पाए थे लेकिन उन्होंने रन विराट कोहली (218) से भी ज्यादा बनाए थे. ऐसे में उनके पास इस टेस्ट मैच में अपनी जगह बनाने का एक अच्छा प्वॉइंट है. इसके अलावा पुजारा का मौजूदा प्रदर्शन हर किसी के सामने है. वहीं विराट कोहली जिन्हें भारतीय मध्यक्रम का स्तंभ माना जाता है इन दिनों आउट ऑफ फॉर्म हैं. आईपीएल में भी उनके बल्ले से रन नहीं निकल रहे हैं. इस वजह से भी चयन समिति को पुजारा को नज़रअंदाज़ करना मुश्किल होगा.