भारतीय टीम के अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) शानदार फॉर्म में चल रहे हैं. इंग्लैंड में खेली जा रही रॉयल लंदन वनडे कप (Royal London Cup) में उनका बल्ला जमकर बोल रहा है. जिस पुजारा को उनकी धीमी बल्लेबाजी के लिए बार-बार ट्रोल किया जाता था, वो छक्के चौकों की बरसात कर रहे हैं.शुक्रवार को वारविकशायर के खिलाफ 79 गेंदों पर 107 रन बनाने के बाद रविवार को सरे के खिलाफ 131 गेंदों पर 174 रनों की पारी खेली.यह पुजारा के लिस्ट-ए करियर का बेस्ट स्कोर है.
क्या टीम इंडिया में होगी वापसी?
चेतेश्वर पुजारा की बैक टू बैक शानदार परियों के बाद एक सवाल जेहन में आता है कि क्या पुजारा की भारतीय वन डे टीम में वापसी होगी? इसमें कोई शक नहीं है कि इस प्रदर्शन से उन्होंने वनडे टीम के लिए दावेदारी पेश कर दी है. आपको बता दें कि पुजारा ने भारत के लिए सिर्फ 5 वनडे खेले हैं. 2014 से उन्हें वनडे में खेलना का मौका नहीं मिला. पुजारा ने वारविकशायर के खिलाफ एक ओवर में 22 रन जड़े थे.सरे के खिलाफ पारी में 20 चौके और 5 छक्के लगाए. इस प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा है. ऐसे भी टीम इंडिया को अभी भी वनडे के लिए मध्यक्रम में एक भरोसेमंद बल्लेबाज की जरूरत है, जो किसी भी परिस्थिति में खेल सके. ऐसे में पुजारा के नाम पर विचार किया जा सकता है. पुजारा अब तक भारत की ओर से टी20 इंटरनेशनल का मुकाबला नहीं खेल सके हैं. वे टेस्ट विशेषज्ञ कहे जाते हैं और 96 टेस्ट में 6792 रन बनाए हैं. 18 शतक और 33 अर्धशतक लगाया है.
उम्र बन सकती है बाधा
भारतीय चयनकर्ता वनडे में लगातार युवा खिलाड़ियों को मौका दे रहे हैं. रोहित शर्मा और शिखर धवन की उम्र 35 को पार कर चुकी है. विराट भी 34 साल के होने वाले हैं. पुजारा की उम्र भी 34 साल से ज्यादा है. चेतेश्वर पुजारा के खिलाफ कोई बात जा रही है तो वह उम्र है. यही वजह है कि भविष्य को देखते हुए युवा खिलाड़ियों को लगातार मौके दिए जा रहे हैं. ऐसे में पुजारा के लिए अच्छा खेल दिखाने के बाद भी अब वापसी मुश्किल दिख रही है.हालांकि कई खिलाड़ियों ने इस उम्र में भी टीम में वापसी की है.
लिस्ट ए में दमदार रिकॉर्ड
100 से ज्यादा लिस्ट ए यानी 50 ओवर के मैच खेलने वाले खिलाड़ियों में चेतेश्वर पुजारा का बल्लेबाजी औसत चौथे नंबर पर है.उन्होंने 106 पारियों में 55.95 की औसत से 4812 रन बनाए हैं. उनसे बेहतर औसत सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के माइकल बेवन, भारत के विराट कोहली और पाकिस्तान के बाबर आजम की है. इन तीनों की गिनती वनडे के बड़े खिलाड़ियों में होती है लेकिन पुजारा पर शुरुआत से ही टेस्ट बल्लेबाज का टैग लगा है. इसी वजह से सिर्फ 5 वनडे में मौका देने का बाद उन्हें बाहर कर दिया गया.
काउंटी में भी पुजारा का कमाल
34 साल के पुजारा ने काउंटी चैम्पियनशिप डिवीजन-दो में ससेक्स के लिए अद्भुत प्रदर्शन किया था. पुजारा 13 पारियों में 109.40 की औसत से 1094 रन के साथ इस सीजन दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहा. पुजारा ने इस दौरान पांच शतक जड़े, जिनमें से तीन बाद वह 200 अंकों के पार पहुंचे. पुजारा का आखिरी दोहरा शतक (231) जुलाई में मिडलसेक्स के खिलाफ आया था.