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Commonwealth Games 2022: किसान के बेटे का कमाल, पहली ही बार में झटक लिया गोल्ड, अब ओलंपिक की तैयारी

Commonwealth Games 2022: हरियाणा के नवीन मलिक ने पहलवानी में कॉमनवेल्थ गेम्स में इतिहास रच दिया है. नवीन ने पहली ही बार में गोल्ड जीतकर पूरे देश का मान बढ़ाया है.

Naveen won gold medal (Photo: PTI) Naveen won gold medal (Photo: PTI)
हाइलाइट्स
  • नवीन ने 74 किलोग्राम में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा है

  • नवीन के पिता किसान हैं और खुद भी पहलवानी करते थे

राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games 2022) में लगातार हरियाणा के पहलवानों का दबदबा देखने को मिल रहा है. हरियाणा के पहलवानों से जो उम्मीद लगाई जा रही थी वे उस पर खरा उतर रहे हैं. हाल ही में, सोनीपत के गांव पुगथला के रहने वाले नवीन मलिक ने भी देश के लिए मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है. 

नवीन ने 74 किलोग्राम में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा है. नवीन की जीत के बाद न सिर्फ उनके परिवार बल्कि पूरे देश में खुशी का माहौल है. उनके पिता का कहना है कि उन्होंने अपने बेटे को पहलवान बनाने के लिए जो मेहनत की थी, वह रंग लाई है. बेटे ने गोल्ड मेडल जीतकर उनका नाम रोशन कर दिया है. 

3 साल की उम्र से सीखी पहलवानी
अगर नवीन मलिक के बारे में बात की जाए तो कॉमनवेल्थ में खेलने वाले सोनीपत के नवीन मलिक गांव पुगथला के रहने वाले हैं. नवीन मलिक 74 किलो वर्ग में खेलते हैं. नवीन का जन्म साल 2022 में हुआ था. नवीन ने फिलहाल बारहवीं कक्षा के एग्जाम दिए हैं.आपको बता दें कि नवीन को बचपन से ही पहलवान बनने का शौक था और उन्होंने 3 साल की उम्र से ही पहलवानी के दांव-पेंच सीखना शुरू कर दिया था. 

नवीन के पिता किसान हैं और खुद भी पहलवानी करते थे. इसलिए उन्होंने अपने दोनों बेटों को पहलवानी की राह पर आगे बढ़ाया. नवीन के पिता धर्मपाल ने बताया कि वह रोजाना नवीन के लिए घर से दूध लेकर जाते थे. गांव से गाड़ी से गन्नौर जाते और वहां से ट्रेन सेकर और फिर पैदल 10 किलोमीटर चलकर नवीन के अखाड़े में पहुंचते थे. 

पहली बार में ही जीता गोल्ड
नवीन के अलावा उनकी तीन बहनें और एक भाई है. सभी भाई-बहनों में नवीन सबके लाड़ले हैं. नवीन के करियर की बात करें तो पहले जूनियर चैंपियनशिप में वह 70 किलोग्राम में खेलता थे. साल 2012 में उन्होंने खेलना शुरू किया था. उनके कोच कुलदीप का कहना है कि नवीन बहुत मेहनती है और उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि वह कॉमनवेल्थ में खेल रहा है.

नवीन ने एशियन चैंपियनशिप अंडर-23 में गोल्ड मेडल हासिल किया था और इसके बाद सीनियर एशियन चैंपियनशिप में रजत पदक पर कब्जा जमाया था. नवीन ने पहली बार ही कॉमनवेल्थ गेम का ट्रायल दिया था और उनका सिलेक्शन हो गया. और अब पहली बार में ही नवीन मलिक ने गोल्ड मेडल जीता है. 

ओलंपिक में भी गोल्ड का सपना 
नवीन के पिता अपने बेटे पर गर्व महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उनकी मेहनत रंग लाई है. उनके बेटे ने कॉमनवेल्थ गेमस में गोल्ड मेडल जीतकर उनका सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है. उनके पिता का कहना है कि अब आने वाली प्रतियोगिताओं में भी वह अच्छा प्रदर्शन करेगा और ओलंपिक की तैयारी भी वह बहुत अच्छी करेगा और पदक लेकर ही वापिस आएगा. 

(पवन राठी की रिपोर्ट)