आज से एक हफ्ते बाद सभी की निगाहें बर्मिंघम में शुरू होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स पर होगी. 28 जुलाई से लेकर 8 अगस्त, 2022 तक इंग्लैंड के बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों की शुरुआत होने वाली है. दो सप्ताह के इस आयोजन में भारत की मजबूत भागीदारी होगी और पदक के कई उम्मीदवार होंगे. भारतीय बैडमिंटन, जैवलिन और मुक्केबाजी के अलावा साइकिलिंग जैसे खेलों में भी भाग लेंगे. आज हम आपको बताएंगे कि भारत की तरफ से स्वर्ण पदक के लिए कौन-कौन प्रबल दावेदार साबित हो सकते हैं.
नीरज चोपड़ा: टोक्यो में अपनी वीरता साबित कर चुके नीरज बर्मिंघम में जैवलिन थ्रो में भारत के लिए सबसे बड़ी उम्मीद हैं. वह सोने से कम किसी चीज से संतुष्ट नहीं होते.
पीवी सिंधु: टोक्यो में स्वर्ण से चूकने के बाद, भारत की मुख्य बैडमिंटन खिलाड़ी अपनी किटी में दो ओलंपिक पदक के साथ बर्मिंघम में स्वर्ण पदक के लिए दावेदारी पेश करेंगी. हाल ही में सिंगापुर ओपन में जीत के बाद वह शानदार फॉर्म में हैं.
मनिका बत्रा: टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका भले ही टोक्यो में चूक गई हो, लेकिन वह पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद बर्मिंघम में चैंपियन जरूर होंगी. उनके दिमाग में निश्चित रूप से सोना पाने की चाहत होगी.
मीराबाई चानू: वेटलिफ्टर मीराबाई टोक्यो में बाल बराबर सोने से चूक गईं. राष्ट्रमंडल खेलों में एक स्वर्ण निश्चित रूप से टोक्यो में उनके दर्द को कम करेगा. वह जरूर सोने पर निशाना लगाएंगी.
निकहत जरीन: भारत की ओर से निकहत अगली बड़ी बॉक्सिंग सुपरस्टार बनने के लिए काफी उम्मीदें दिखा रही हैं. युवा मुक्केबाज़ 50 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने के लिए राष्ट्रमंडल खेलों की ओर बढ़ रही है और यह उनके लिए मैरी कॉम के साये से बाहर निकलने का एक शानदार अवसर है.
क्रिकेट टीम: भारत में इस खेल के सबसे लोकप्रिय होने के कारण, हरमनप्रीत कौर एंड कंपनी बर्मिंघम में इतिहास रचना चाहेगी. भारत स्वर्ण जीतने के प्रबल दावेदारों में से एक होगा.
हॉकी टीम: पुरुष और महिला हॉकी टीम दोनों इसके दावेदार होंगे. दोनों टीमों ने टोक्यो में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया और बर्मिंघम में भी ऐसा ही दोहराना चाहेगी लेकिन उनके पास ऑस्ट्रेलिया एक बड़ा कम्पटीटर होगा.
कुश्ती: टोक्यो में पदक जीतने के बाद भारत को रवि कुमार दहिया और बजरंग पूनिया से काफी उम्मीदें हैं. विनेश फोगट का भी कमाल कर सकती हैं.
ये कुछ ऐसे दावेदार हैं जिनके पास बर्मिंघम में स्वर्ण जीतने का सबसे अच्छा मौका है. इसके अलावा, राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में भारत अपनी झोली में कई अन्य पदक जोड़ेगा.