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अब Hybrid Pitch पर मैच खेलेंगे खिलाड़ी, देश में पहली बार धर्मशाला के अंतरराष्ट्रीय Cricket Stadium में लगाई जाएगी तकनीक

Cricket Hybrid Pitch: हाइब्रिड क्रिकेट पिच 95% प्राकृतिक घास और 5% टू-टोन पॉलीथिन यार्न से बनी होती है. ये पिच आर्टिफिशियल रेशों से बनाई जाती है. इन्हें लेजर तकनीक का उपयोग करके घास में सिल दिया जाता है. हाइब्रिड क्रिकेट पिच ज्यादा टिकाऊ होती है.

Hybrid Pitches (Photo: Maritunjay Puri) Hybrid Pitches (Photo: Maritunjay Puri)
हाइलाइट्स
  • हाइब्रिड पिच पर खिलाड़ी करेंगे प्रैक्टिस 

  • हाइब्रिड पिच टेक्नोलॉजी पर हो रहा काम

दुनिया के सबसे खूबसूरत क्रिकेट मैदानों में शुमार धर्मशाला का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम (International Cricket Stadium) अत्याधुनिक तकनीक से तैयार किया गया है. इसकी पिच बनाने के लिए हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने एसआईएस (SIS Pitches) हाइब्रिड तकनीक अपनाई है. देश का यह पहला स्टेडियम होगा जिसमें हाइब्रिड (Hybrid) तकनीक का इस्तेमाल कर ट्रायल के तौर पर स्टेडियम की चार पिचों पर आर्टिफिशियल घास लगाने का काम पूरा कर लिया है. पिछले कुछ सालों में देश में क्रिकेट खेल का स्तर काफी ऊंचाई पर पहुंचा है. ऐसे में देश में खेल के बुनियादी स्तर पर लगातार काम किया जा रहा है.

इसी क्रम में धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भी इंटरनेशनल स्तर के फुटबॉल व गोल्फ मैदानों की तरह एसआईएस पिच तकनीक के तहत आर्टिफिशियल घास लगाई जाएगी. स्टेडियम में मुख्य दो पिचों और दो प्रैक्टिस पिचों पर आर्टिफिशियल घास लगाई गई है. धर्मशाला स्टेडियम में 2022 में एडवांस सब एयर सिस्टम स्थापित किया गया था. एसआईएस एयर सिस्टम स्थापना के बाद यह दूसरी अत्याधुनिक तकनीक है.

खिलाड़ियों को मिलेगी ज्यादा सुविधाएं

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आईपीएल के चेयरमैन अरुण धूमल ने बताया कि क्रिकेट खिलाड़ियों को और अधिक सुविधाएं देने के लिए कदम बढ़ाया है. उन्होंने बताया कि एचपीसीए व संबंधित कंपनी की ओर से ट्रायल के तौर पर धर्मशाला स्टेडियम की कुल चार पिचों पर आर्टिफिशियल घास लगाने का प्रपोजल बनाया गया है. इनमें मुख्य दो पिचें और दो प्रैक्टिस पिचों पर आर्टिफिशियल घास लगाई गई है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा गेंदबाज के रनरअप एरिया में भी आर्टिफिशियल घास लगाई गई है.

हाइब्रिड पिच टेक्नोलॉजी पर हो रहा काम

धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम में टेस्ट, वनडे, टी20, आईपीएल व घरेलू सहित दूसरे सभी प्रकार के क्रिकेट मैचों के आयोजनों का जिम्मा संभाल रहा है. ऐसे में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को धर्मशाला स्टेडियम व प्रैक्टिस एरिया में बेहतरीन सुविधा देने के लिए अब एसआईएस कंपनी से हाईब्रिड पिच टेक्नोलॉजी से कार्य करवाए जा रहे हैं. एसआईएस कंपनी के फांउडर व ऑनर जॉर्ज मुलान पहले ही एचपीसीए पदाधिकारियों से मुलाकात करने के साथ ही धर्मशाला स्टेडियम का विजिट भी कर चुके हैं. इस तकनीक को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल भी मंजूरी दे चुकी है और यूनाइटेड किंगडम में क्रिकेट में इसका सफल ट्रायल भी हो चुका है.

कैसे काम करती है अत्याधुनिक तकनीक?

एसआईएस पिच एक ऐसी कंपनी है जो हाइब्रिड क्रिकेट पिचें स्थापित करती है. ये 95% प्राकृतिक घास और 5% टू-टोन पॉलीथिन यार्न से बनी होती है. पिचें आर्टिफिशियल रेशों से बनाई जाती है जिन्हें लेजर-निर्देशित तकनीक का उपयोग करके घास में सिल दिया जाता है. हाइब्रिड क्रिकेट पिचें अधिक टिकाऊ होती हैं और नियमित पिचों की तुलना में अधिक टूट-फूट का सामना कर सकती हैं, जो उन्हें प्रैक्टिस या मैच खेलने के लिए आदर्श बनाती हैं. पिचें तेजी से ठीक होती हैं. यह 1.20 मीटर चौड़ी, 2 मीटर लंबी है और इसका वजन दो टन से कम है.

(मृत्युंजय पुरी की रिपोर्ट)