विराट कोहली (Virat Kohli) कब शतक बनाएंगे? यह सवाल जब पूछा जाना शुरू हुआ तब उम्मीद थी इसका जवाब जल्दी ही मिलेगा किंग कोहली की बल्लेबाज़ी के फैंस को कहां पता था की क्रिकेटप्रेमी विराट की एक अच्छी पारी के लिए भी तरस जाएंगे. लगातार रनों के लिए संघर्ष करते विराट ने जब 6 महीने पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल की कप्तानी को अलविदा कहा तब विराट के प्रशंसकों को लगा की शायद अब विराट ज़्यादा खुल कर बल्लेबाज़ी कर पाएं मगर विराट कोहली अबतक अपने कद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ पिछले मैच में कोहली गोल्डन डक हो गए. यानी पहली ही गेंद पर बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए. 2017 में नाथन कुल्टर नाइल के खिलाफ विराट गोल्डन डक हुए थे, अब 5 साल बाद 2022 में विराट कोहली पहली गेंद पर आउट हुए हैं.
विराट कोहली (Virat Kohli) की घटिया फॉर्म से ना सिर्फ उनके फैंस बल्कि टीम इंडिया के पूर्व हेड रवि शास्त्री (Ravi Shastri) भी परेशान हैं. उन्होंने तो कोहली को क्रिकेट से ब्रेक लेने तक की सलाह दे डाली है. शास्त्री का कहना है कि बायो-बबल से जुड़ी पाबंदियों के बीच हमें खिलाड़ियों की परवाह करने के साथ उनका ख्याल रखना चाहिए.रवि शास्त्री ने विराट कोहली (Virat Kohli) को लेकर कहा कि पूर्व भारतीय कप्तान में अब भी 6-7 साल का क्रिकेट बचा है और टीम इंडिया को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वो कोहली पर क्रिकेट खेलने के लिए अधिक जोर ना दें. खासतौर पर ऐसे समय में जब बायो-बबल से जुड़ी थकान चिंता की वजह बनी हुई है.
कोहली को ब्रेक मिलना चाहिए: शास्त्री
टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने कोहली की बात करते हुए कहा, “मैं सीधे मुख्य खिलाड़ी की बात करता हूं. विराट कोहली (Virat Kohli) बुरी तरह पक चुके हैं. इस वक्त अगर किसी को ब्रेक की जरूरत है तो वो कोहली ही हैं. फिर चाहें 2 महीने या डेढ़ महीने का हो, चाहें इंग्लैंड दौरे से पहले या बाद में, लेकिन उन्हें आराम दिया जाना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि कोहली में अभी भी 6-7 साल का क्रिकेट बचा है और कोई भी यह नहीं चाहेगा कि आप मौजूदा स्थिति में हम उन्हें खो दें. वो अकेले ऐसे नहीं हैं, जो इस दौर से गुजर रहे हैं. इस वक्त वर्ल्ड क्रिकेट में एक-दो और खिलाड़ी ऐसे होंगे जो इससे गुजर रहे हैं. आपको समस्या का सामना करना पड़ेगा.
पीटरसन बोले-6 महीने का ब्रेक लें विराट
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन (kevin pietersen) ने भी कोहली के मामले में रवि शास्त्री के बयान पर सहमति जताई है. उन्होंने कहा कि कोहली को सोशल मीडिया से दूरी बनाकर अपनी बल्लेबाजी में सुधार पर काम करना चाहिए. पीटरसन ने कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम को यह तय करना चाहिए कि जब कोहली ब्रेक से लौटे तो उनकी टीम में जगह बनी रहे.उन्होंने कहा, “100 फीसदी सही बात है रवि. खिलाड़ियों को शादी, बच्चों के अलावा अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी काफी कुछ सहना पड़ता है. वो अभी सबसे बड़े खिलाड़ी हैं. कोहली को अभी खुद से कहना चाहिए कि मैं अब क्रिकेट से 6 महीने बाद मिलूंगा. जब स्टेडियम में दोबारा पूरी क्षमता से दर्शक लौटेंगे तो आपको उन्हें अगले 12, 24 या 36 महीनों के लिए टीम में जगह का वादा करना चाहिए.”
वसीम जाफर ने दी कमेंट्री की सलाह
क्रिकइन्फो से बात करते हुए वसीम जाफर (Wasim Jaffer) ने कहा कि विराट को कुछ समय के लिए क्रिकेट से छुट्टी ले लेना चाहिए और कमेंट्री करने के लिए चले जाना चाहिए. हालांकि जाफर ने यह बात मज़ाकिया अंदाज में ही कही थी. उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि दिनेश कार्तिक भी आईपीएल के कई सीजन में ऐसे ही खराब फॉर्म से जूझ रहे थे. इसके बाद वो कुछ समय के लिए कमेंट्री के क्षेत्र में चले गए थे.वहाँ से वापसी करके कार्तिक ने अच्छा प्रदर्शन करना शुरू कर दिया और इस आईपीएल सीजन में कार्तिक बल्ले से ताबड़तोड़ बैटिंग कर रन बटोर रहे हैं.
खराब प्रदर्शन करके नहीं बच पाएंगे: शोएब
शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) के मुताबिक विराट के दिमाग में इस वक्त कई सारी चीजें चल रही हैं और इसका असर उनके परफॉर्मेंस पर भी पड़ रहा है. उन्होंने स्पोर्ट्सकीड़ा के खास शो "एसके मैच की बात" में कहा "आईपीएल फ्रेंचाइजी का मॉडल परफॉर्मेंस बेस्ड है.यहां पर किसी को भी बख्शा नहीं जाता है.अगर इस साल विराट कोहली ने भी परफॉर्मेंस नहीं दिया तो उनको भी नहीं बख्शा जाएगा.मैं ये बड़ा बयान दे रहा हूं, लेकिन मुझे लगता है कि वह दमदार खिलाड़ी हैं और उनमें वापसी करने की पूरी क्षमता है.”
कोहली का बल्ला आईपीएल 2022 में खामोश
आईपीएल 2022 से पहले कोहली ने आरसीबी की कप्तानी छोड़ दी थी. तब सबने यह उम्मीद जताई थी कि वो बतौर बल्लेबाज शानदार प्रदर्शन करेंगे. लेकिन इस सीजन में उन्होंने 7 मैच में 19.83 की औसत से 119 रन ही बनाए हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट में भी उनकी आखिरी सेंचुरी 2019 में आई थी. IPL में 5 शतक लगा चुका ये दिग्गज 2021 में भी खराब फॉर्म से गुजरा था. सीजन में विराट ने 15 मैच खेले और सिर्फ 119.46 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए.वहीं, 2020 के सीजन में उनका स्ट्राइक रेट सिर्फ 121.35 का था.उनके लगातार खराब फॉर्म को देखते हुए क्या उन्हें आने वाले मुकाबलों में प्लेइंग इलेवन से बाहर किया किया जाएगा ये एक बड़ा सवाल है.
टीम इंडिया के लिए चिंता का विषय
कोहली का ख़राब फॉर्म उनकी आईपीएल टीम के साथ भारतीय टीम के लिए भी चिंता का विषय है.कोहली अब 17 टेस्ट, 21 वनडे, 25 टी20 और 37 आईपीएल मैचों में शतक तक नहीं पहुंचे हैं. इसी साल ऑस्ट्रेलिया में टी 20 विश्व कप होना है.पिछले साल संयुक्त अरब अमीरात में आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया इस दंश झेल चुकी है. श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज के दौरान भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने पत्रकारों को सलाह दी थी कि कोहली को अकेला छोड़ दें. उनका मानना था कि सबकुछ ठीक है, लेकिन आंकड़े झूठ नहीं बोलते और साफ़ दिखाई गदे रहा है कि कोहली बल्ले से जूझ रहे हैं।
33 साल के विराट कोहली (Virat Kohli) आज से तीन साल पहले तक जैसी फॉर्म में थे ऐसा लगता था कि वह बहुत जल्द सचिन तेंदुलकर के 100 शतकों का भी रिकॉर्ड तोड़ देंगे. फिलहाल कोहली जिस फॉर्म में नजर आ रहे हैं उससे तो ऐसा लग रहा है कि सबसे पहले उन्हें अपनी तकनीक और मैदान पर एकाग्रता पर ही काम करने की जरूरत है. इंटरनेशनल क्रिकेट में 70 शतक और आईपीएल में 6000 से ज्यादा रन बनाने वाले इकलौते बल्लेबाज विराट पर रॉयल चैलेंजर बैंगलोर टीम मैनेजमेंट कितने और मैचों तक भरोसा दिखाएगा यह अब देखने वाली बात होगी.