कतर में खेले जा रहे फीफी विश्वकप 2022 के दूसरे क्वार्टर फाइनल में अर्जेंटीना ने नीदरलैंड को पेनाल्टी शूटआउट में 4-3 से हरा दिया. अर्जेंटीना की टीम अब सेमीफाइनल में क्रोएशिया के खिलाफ 13 दिसंबर को खेलेगी. अर्जेंटीना ने नीदरलैंड के खिलाफ निर्धारित मिनट में 2-2 की बराबरी के बाद मुकाबला एक्स्ट्रा टाइम में पहुंचा. किसी टीम ने गोल नहीं किया और मुकाबले का फैसला पेनाल्टी शूटआउट से हुआ. आठ साल पहले विश्व कप में अर्जेंटीना ने ही नीदरलैंड को बाहर किया था. सेमीफाइनल में लियोनल मेसी की टीम पेनल्टी शूटआउट से ही जीती थी.
दूसरे हाफ में मेसी का दिखा जलवा, पेनाल्टी पर गोल दागकर रचा इतिहास
नेहुएल मोरिना ने अर्जेंटीना को 35वें मिनट में 1-0 की बढ़त दिला दी. इसके बाद 73वें मिनट में मेसी ने पेनाल्टी पर गोल किया. लियोनेल मेसी ने बड़ी चतुराई से गेंद को गोलकीपर की बाईं ओर जाल में उलझाते हुए टीम को 2-0 की बढ़त दिला दी. यह उनका फीफा वर्ल्ड कप में 10वां गोल रहा. इसके साथ ही उन्होंने अपने देश के गेब्रियल बतिस्तुता की बराबरी कर ली. अब दोनों ही संयुक्त रूप से अर्जेंटीना के लिए वर्ल्ड कप में सबसे अधिक गोल दागने वाले अर्जेंटीना के खिलाड़ी बन गए हैं. उधर, सब्सीट्यूट के तौर पर 78वें मिनट में उतरे बाउट बेघोर्स्ट ने मैच को पूरी तरह पलट दिया.बाउट बेघोर्स्ट ने 83वें मिनट में गोल कर नीदरलैंड की वापसी करवाई. 90 मिनट तक स्कोर अर्जेंटीना के पक्ष में 2-1 था. रेफरी ने 10 मिनट का इंजरी टाइम दिया. इंजरी टाइम के आखिरी मिनट (90+10वें मिनट) में बाउट बेघोर्स्ट ने दूसरा गोलकर अर्जेंटीना को चौंका दिया. उन्होंने अपने इस गोल से नीदरलैंड को जीवनदान दे दिया. मैच एक्स्ट्रा टाइम में पहुंच गया. अब दोनों टीमों के पास गोल करने के लिए 30 मिनट और थे, लेकिन इस दौरान किसी ने स्कोर नहीं किया. एक्स्ट्रा टाइम के बाद भी स्कोर 2-2 से बराबर रहा.
अर्जेंटीना के गोलकीपर एमी मार्टिनेज ने शानदार प्रदर्शन किया
अर्जेंटीना के गोलकीपर एमी मार्टिनेज ने पेनाल्टी शूटआउट में शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने नीदरलैंड के कप्तान वर्जिल वान डाइक और स्टीवन बर्गहाउस के शॉट को रोका. अर्जेंटीना के लिए लियोनल मेसी, लियनार्डो पेरेडेज, गोंजालो मोंटियाल और लौटारो मार्टिनेज गोल करने में सफल रहे. एंजो फर्नांडीज गेंद को गोलपोस्ट में नहीं डाल पाए.
रेफरी के एक फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर मचा बवाल
नीदरलैंड के खिलाफ मुकाबले में रेफरी के एक फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर काफी बवाल मचा हुआ है. मैच के दूसरे हाफ में मेसी के हाथ गेंद लगती है और इसके बावजूद रेफरी ने उन्हें येलो कार्ड नहीं दिया. इस पर डच मैनेजर लुई वान गाल भी नाराज दिखे. मुकाबले के दूसरे हाफ में जब अर्जेंटीना 1-0 से आगे चल रहा था. इसी दौरान 55वें मिनट में गेंद मेसी के हाथ से लग गई. हालांकि, रेफरी ने यह निष्कर्ष निकाला कि यह जानबूझकर नहीं किया गया था और मेसी को बिना किसी चार्ज के छोड़ दिया. इस हैंड ऑफ गॉड मोमेंट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. एक फैन ने तो यहां तक कहा कि मैच अर्जेंटीना खेलकर नहीं, बल्कि रेफरी ने उसे सेमीफाइनल गिफ्ट किया है.