अर्जेंटीना और फ्रांस के बीच रविवार को कतर में FIFA World Cup 2022 का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. दोनों टीमों के खिलाड़ी जीत को लेकर उत्साहित हैं.अर्जेंटीना पर जीत के साथ ही फ्रांस के कप्तान ह्यूगो लोरिस अपने नाम रिकॉर्ड बना लेंगे. दो बार अपनी कप्तानी में विश्व कप जीतने की उपलब्धि किसी फुटबॉलर ने हासिल नहीं की है, लेकिन ह्यूगो लोरिस अपनी कप्तानी में लगातार दूसरा विश्व कप जीतना चाहेंगे. सबसे पहले अपनी कप्तानी में जर्मनी के कार्ल हींज रुमेनिगे ने दो बार अपनी टीम को 1982 और 1986 के विश्व कप के फाइनल में पहुंचाया, लेकिन दोनों ही फाइनल में उन्हें हार मिली.ह्यूगो लोरिस अपनी टीम को लगातार दो विश्व कप के फाइनल में पहुंचाने वाले चौथे कप्तान हैं.
कीलियन एम्बाप्पे, एंटोयने ग्रीजमैन, ओलिवर जिरूड, राफेल वारान समेत कुल नौ फ्रांस के फुटबॉलर भी लगातार दो विश्व कप जीतने की दहलीज पर खड़े हैं. विश्व कप के इतिहास में पेले इकलौते ऐसे फुटबॉलर हैं जिन्होंने तीन विश्व कप (1958, 62, 1970) जीते हैं. इसके अलावा 20 ऐसे फुटबॉलर हैं, जिन्हें दो विश्व कप जीतने का गौरव हासिल है. इनमें 16 ब्राजील के, चार इटली के और एक अर्जेंटीना का फुटबॉलर शामिल है.
ये रह चुके हैं विजेता टीम के सदस्य
इस विश्व कप के फाइनल में पहुंची फ्रांस की टीम में लोरिस, एम्बाप्पे, ग्रीजमैन, गिरोड, राफेल वारान, बेंजामिन पावर्ड, डेंबेले, गोलकीपर स्टीव मेंडेंडा, अल्फांसो एरिओला ऐसे फुटबॉलर हैं जो 2018 की विश्व विजेता टीम के सदस्य रहे हैं. इटली के जिउसेप्पी मीजा ने भी दो विश्व कप जीते. वह 1934 की विजेता टीम के सदस्य थे, जबकि 1938 में उन्होंने अपनी कप्तानी में इटली को विश्व चैंपियन बनाया.
काफू तीन लगातार फाइनल खेलने वाले इकलौते फुटबॉलर
बेलिनी 1958 में ब्राजील के कप्तान थे और 1962 में वह बतौर फुटबॉलर खेले. इसी तरह माउरो रामोस 1962 का विश्व कप जीतने वाली ब्राजील टीम के कप्तान थे, जबकि 1958 में वह विजयी टीम के सदस्य थे. ब्राजील के काफू 1994 की विजेता टीम के सदस्य थे, जबकि 2002 में वह टीम के कप्तान थे. काफू 1998 का फाइनल भी खेले. वह तीन लगातार फाइनल खेलने वाले इकलौते फुटबॉलर हैं. अर्जेंटीना के डेनियल पसारेला 1978 में टीम के कप्तान थे, जबकि 1986 में टीम के सदस्य थे.