अर्जेंटीना फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचा गया है. सेमीफाइनल मैच के हीरो जूलियन अल्वारेज रहे. उन्होंने दो गोल दागकर अर्जेंटीना को फाइनल में पहुंचा दिया. 22 साल के जूलियन स्टार खिलाड़ी लियोनेल मेसी का अपना आदर्श मानते हैं. चलिए आपको बताते हैं कि एक छोटे से शहर से निकलकर अल्वारेज कैसे दुनिया में मशूहर हो गए.
जूलियन का बचपन-
जूलियन अल्वारेज का जन्म 31 जनवरी 2000 को अर्जेंटीना के एक छोटे से शहर कैलचिन में हुआ था. ये शहर मेसी के पैतृक घर वाले रोसारियो शहर से 350 किलोमीटर दूर है. उनके माता-पिता ने मजदूरी करके उनका पालन-पोषण किया. अर्जेंटीना में फुटबॉल एक सांस्कृतिक ताने-बाने का हिस्सा है, जैसे हमारे देश में क्रिकेट है. जूलियन बचपन से ही फुटबॉल के दीवाने रहे हैं. उनमें खेल के प्रति जुनून था.
11 साल की उम्र में जूलियन ने रियल मैड्रिड के लिए ट्रायल दिया था. लेकिन उनकी कम उम्र के चलते उनको अर्जेंटीना वापस आना पड़ा. स्पेन में नए एफए कानून की वजह से क्लब से विदेशी किशोरों का जुड़ना कठिन हो गया है.
सबसे खतरनाक लीग से सफर की शुरुआत-
अर्जेंटीना का प्राइमेरा डिवीजन दुनिया के सबसे खतरनाक फुटबॉल लीग में से एक है. इसमें झगड़े आम हैं. इसमें भी जूलियन को खेलने का मौका मिला. सिर्फ 16 साल की उम्र में जूलियन को रिवर प्लेट क्लब में जगह मिली. ये क्लब अर्जेंटीना के दो बड़े और साउथ अमेरिका के सबसे बड़े क्लबों में से एक है. ये अल्वारेज के लिए प्रतिभा दिखाने का अच्छा मौका था. अल्वारेज ने रिवल प्लेट क्लब के साथ कोपा लिबर्टाडोरेस, कोपा अर्जेंटीना और प्राइमेरा डिवीजन जीता.
प्राइमेरा डिवीजन के टॉप स्कोरर रहे जूलियन-
जूलियन लीग के बेहतरीन खिलाड़ी थे. उन्होंने साल 2021 में 35 खेलों में 20 गोल किए और प्राइमेरा डिवीजन के टॉप स्कोरर रहे. इसके लिए उनको साउथ अमेरिकन फुटबॉलर ऑफ द ईयर डके लिए नामित किया गया था. जूलियन अल्वारेज को साल 2018 विश्वकप के लिए सीनियर टीम की प्रैक्टिस के लिए अंडर-20 में चुना गया था. साल 2019 में उनको साउथ अमेरिकन अंडर-20 चैंपियनशिप के लिए चुना गया. साल 2021 में जूलियन को विक्टोरियस कोपा अमेरिका कैंपेन के लिए अर्जेंटीना टीम में चुना गया. जूलियन अल्वारेज ने साल 2022 में मैनचेस्टर सिटी एफसी के साथ 6 साल का करार किया. इसके लिए जूलियन को 15.6 मिलियन पाउंड का भुगतान किया. इसके बाद जूलियन की फैन फॉलोइंग तेजी से बढ़ी.
परफेक्ट फॉरवर्ड हैं अल्वारेज-
जूलियन अल्वारेज एक वर्सेटाइल फॉरवर्ड हैं, जो फ्रंटलाइन पर कहीं भी खेलने की क्षमता रखते हैं. जरूरत पड़ने पर सीधा खेलते हैं. दाहिने पैर से बिजली की तेजी से मौका बनाने में माहिर हैं. वह अच्छे लिंक-अप खिलाड़ी हैं. जूलियन के पास तेज पास और वन टच फुटबॉल खेलने की तकनीक और विजन है. उनकी ड्रिब्लिंग और खिलाड़ियों के बीच से गेंद निकालने की क्षमता गजब की है. अल्वारेज के ये सभी गुण उनको एक परफेक्ट फॉरवर्ड बनाते हैं.
कतर में हीरो बनकर उभरा जूलियन-
फीफा वर्ल्ड कप फुटबॉल का सबसे बड़ा मंच है. इस मंच से कई बड़े खिलाड़ी निकले हैं. कतर वर्ल्ड कप में जूलियन ने अपने पहले दो मैचों में कुछ खास नहीं किया. इसके बाद उन्होंने अर्जेंटीना की टीम 11 में जगह बनाई. वर्ल्ड कप में अर्जेंटीना की तीसरे मैच में कोच स्कालोनी ने जूलियन को मौका दिया. इस मौके ने जूलियन की किस्मत बदल दी. पोलैंड के खिलाफ जूलियन ने टच फिनिश के साथ एक गोल किया. इस मैच में जूलियन ने विरोधी खिलाड़ियों को खूब परेशान किया. अब तक उन्होंने 4 गोल दाग चुके हैं और गोल्डन बूट की रेस में बने हुए हैं.
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