फीफा वर्ल्ड कप के इतिहास में महान खिलाड़ी पेले और माराडोना के बाद लियोनेल मेसी का रविवार को जादू चला. वह कप पर कब्जा कर अर्जेंटीना के दूसरे 'मसीहा' बन गए. अर्जेंटीना ने जब आखिरी बार 1986 में विश्व कप जीता था तब से माराडोना देश के लिए 'मसीहा' बन गए हालांकि फाइनल में उन्होंने गोल नहीं दागा था. मेसी पर लोग विश्वकप नहीं जीतने को लेकर सवाल खड़े कर रहे थे लेकिन फ्रांस को हराकर और कप पर कब्जा कर मेसी ने सभी को अपना कायल बना लिया. रोसारियो में 1987 में एक फुटबॉल प्रेमी परिवार में जन्मे मेसी ने पहली बार घर के आंगन में अपने भाइयों के साथ जब फुटबॉल खेला था.
मेसी के रंग में रंगी दिखी पूरी दुनिया
अर्जेंटीना ही नहीं मेसी के रंग में भारत सहित पूरी दुनिया रंगी दिखी. मैच शुरू होने से पहले से लेकर अभी तक मेसी की ही चर्चा हर जगह हो रही है. ऐसा कम ही होता है कि मैदान पर और मैदान के बाहर किसी खिलाड़ी की चर्चा होती हो. मैदान के बाहर उनका करिश्मा ऐसा कि उनका सपना हर फुटबॉलप्रेमी का सपना बन गया. मेसी के हर गोल पर जश्न मना और खिताब जीतने पर कई देशों में ढोल-नगाड़े बजाए गए, आतिशबाजी की गई.
विश्व कप नहीं जीत पाने की थी टीस
कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके मेसी को विश्व कप नहीं जीत पाने की टीस थी लेकिन इस बार विश्व कप अपने नाम कर वह इस टीस को खत्म कर दिए. इस विश्वकप में सऊदी अरब से मिली हार के बाद मेसी ने लय पकड़ा और अंत तक कायम रखा. मैच दर मैच उनके प्रदर्शन में निखार आता गया और पिछली उपविजेता क्रोएशिया को एकतरफा सेमीफाइनल मुकाबले में हराकर उनकी टीम फाइनल में पहुंच गई. इस मैच में उन्होंने 34वें मिनट में पेनाल्टी पर पहला गोल दागा और फिर जूलियर अलकारेज के दोनों गोल में सूत्रधार की भूमिका निभाई.
विश्व कप का सफर 2006 में शुरू हुआ
मेसी का विश्व कप का सफर 2006 में शुरू हुआ और अब तक वह सबसे ज्यादा 25 मैच खेल चुके हैं. विश्व कप के इतिहास में अर्जेंटीना के लिए सर्वाधिक 11 गोल कर चुके हैं. इस विश्व कप में चार गोल, दो में सूत्रधार की भूमिका निभाने के बाद तीन मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर के पुरस्कार जीत चुके हैं. बीजिंग ओलिंपिक 2008 में अर्जेंटीना ने फुटबॉल का स्वर्ण पदक जीता तो 2010 विश्व कप में मेसी से अपेक्षाएं बढ़ गईं. हालांकि अर्जेंटीना को क्वार्टर फाइनल में जर्मनी ने हरा दिया. पांच मैचों में मेसी एक भी गोल नहीं कर सके. चार साल बाद ब्राजील में अकेले दम पर टीम को फाइनल में ले गए लेकिन उनकी टीम एक गोल से हार गई.
ये बनाए रिकॉर्ड
1. वर्ल्ड कप में अब मेसी सबसे ज्यादा 26 मैच खेलने वाले खिलाड़ी बन गए हैं. उन्होंने जर्मनी के पूर्व दिग्गज लोथर मथाउस के रिकॉर्ड को तोड़ा.
2. किसी वर्ल्ड कप के एक ही सीजन में लीग मुकाबले, प्री-क्वार्टर फाइनल, क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल के बाद फाइनल में भी गोल मारने वाले वह दुनिया के पहले खिलाड़ी बन गए.
3. पेनाल्टी शूट आउट से पहले फ्रांस के खिलाफ गोल कर उन्होंने विश्व कप में अपने गोल की संख्या 13 पहुंचाई.
4. मेसी टूर्नामेंट के दूसरे टॉप स्कोरर रहे. उन्होंने फाइनल मुकाबले में भी फ्रांस के खिलाफ दो गोल दागे.
5. सबसे ज्यादा गोल करने के मामले में मेसी ने ब्राजील के दिग्गज फुटबॉलर पेले को पीछे छोड़ दिया.
6. मेसी के नाम अब फीफा वर्ल्ड कप में कुल 13 गोल दर्ज हो गए जबकि पेले के नाम 12 गोल हैं.
7. विनिंग टीम का मेसी इस टूर्नामेंट में 17वीं बार हिस्सा बने. इस मामले में उन्होंने जर्मनी के मिरोस्लाव क्लोज की बराबरी कर ली.