फ्रेंच ओपन महिला एकल मुकाबलों में बड़ा उलटफेर हुआ है. गैरवरीयता प्राप्त खिलाड़ी करोलिना मुचोवा ने फाइनल का टिकट पक्का कर लिया है. मुचोवा ने खिताब की प्रबल दावेदार मानी जाने वाली बेलारूस की खिलाड़ी आर्यना सबालेंका को हराया और टूर्नामेंट से बाहर कर दिया है. 3 घंटे 13 मिनट तक चले इस मुकाबले में चेक गणराज्य की खिलाड़ी मुचोवा ने दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी सबालेंका को 7-6, 6-7, 7-5 से हराया. मैच जीतने के बाद करोलिना भावुक हो गईं और रोने लगीं. 26 साल की मुचोवा पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में पहुंची है.
मुचोवा ने बनाया रिकॉर्ड-
करोलिना मुचोवा ने इस मैच में दूसरी वरीयता प्राप्त खिलाड़ी को हराकर एक रिकॉर्ड बनाया. मुचोवा फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंचने वाली तीसरी ऐसी खिलाड़ी बन गई हैं, जो WTA रैकिंग के टॉप 40 से बाहर थीं. फ्रेंच ओपन के फाइनल में मुचोवा का मुकाबला इगा स्वोटेक से होगा.
खेल के मैदान पर मुचोवा-
करोलिना मुचोवा की सर्वश्रेष्ठ सिंग्ल्स रैंकिंग 19 है. जिसे उन्होंने 17 मई 2021 को हासिल किया था. उन्होंने डब्ल्यूटीए टू के दो फाइनल मुकाबलों में पहुंची हैं. साल 2019 में मुचोवा ने कोरिया ओपन जीता था. मुचोवा ने साल 2019 में विंबलडन के क्वार्टर फाइनल और 2021 में ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी. फ्रेंच ओपन में टखने की चोट की वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. जिसकी वजह से उनकी विश्व रैंकिंग 235 हो गई थी. लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने अपने खेल को निखारा और फ्रेंच ओपन मे 43वीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी के तौर पर शिरकत की. फ्रेंच ओपन 2023 में मुचोवा ने पहले दौर में ग्रीस की 8वीं वरीयता प्राप्त खलाड़ी मारिया सककारी को हराया.
7 साल की उम्र में टेनिस खेलना शुरू किया-
मुचोवा चेक गणराज्य की टेनिस खिलाड़ी हैं. उनका जन्म ओलोमौक शहर में 21 अगस्त 1996 को हुआ था. 7 साल की उम्र में करोलिना ने टेनिस खेलना शुरू कर दिया था. शुरुआत में मुचोवा के पिता ने खेल सिखाया. लेकिन उसके बाद वो अपने भाई के साथ कोर्ट जाने लगी. मुचोवा शुरुआती दिनों में हैंडबॉल भी खेलती थीं. जब वो 12 साल की थी तो उन्होंने टेनिस में अपना करियर बनाने का फैसला किया और बैंडबॉल खेलना छोड़ दिया.
17 साल में बन गई प्रोफेशनल खिलाड़ी-
17 साल की उम्र में साल 2013 में करोलिना एक प्रोफेशनल खिलाड़ी बन गई थीं. मुचोवा ने साल 2017 में अपने डब्ल्यूटीए दौरे की शुरुआत की. इससे पहले उन्होंने अपने खेल को निखारा. अगले साल उन्होंने यूएस ओपन के दूसरे दौर में पहुंची. मुचोवा का करियर तेजी से आगे बढ़ रहा था. लेकिन कोरोना काल में उसपर ब्रेक लग गया. कोरोना के खेल में वापसी करने पर मुचोवा को चोटों का सामना करना पड़ा. कई बार चोटिल हुईं. लेकिन अब एक बार फिर वो शानदार खेल दिखा रही हैं.
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