बिहार के पूर्णिया जिले में 2 जनवरी 1959 को जन्में कीर्ति आजाद का पूरा नाम कीर्तिवर्धन भागवत झा आजाद है. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत क्रिकेट से की. वह बल्लेबाज और ऑफ स्पिनर गेंदबाज थे. 1980-81 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दौरे के लिए उन्हें सरप्राइज कॉल मिला और टीम में शामिल किया गया. 3 दिसंबर, 1980 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबॉर्न में खेले गए एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच से भारतीय क्रिकेट टीम में अपना डेब्यू किया था. उस वक्त सुनील गावस्कर भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे थे और इस मैच में कीर्ति का खास प्रदर्शन देखने को नहीं मिला था क्योंकि इसमें उन्होंने 22 बॉल में केवल 4 बनाये थे.
जबरदस्त गेंदबाजी दिखाई
1981 की ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड सीरीज में वह टीम इंडिया के सदस्य रहे. कीर्ति के क्रिकेट करियर का सबसे बड़ा अचीवमेंट 1983 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की तरफ से खेलना था. वैसे तो पूरे वर्ल्ड कप में उनका खास प्रदर्शन देखने को नहीं मिला लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल मैच में कीर्ति ने अपनी जबरदस्त गेंदबाजी दिखाई, उन्होंने उस वक्त जबरदस्त फॉर्म में चल रहे इयान बॉथम को क्लीन बोल्ड किया था. बाद में भारतीय टीम उस मैच को जीत गई थी.
टेस्ट करियर : आजाद ने 7 टेस्ट मैचों में 11.25 की औसत से 135 रन बनाए जबकि 124.33 की औसत से तीन विकेट झटके.
वनडे करियर : 25 वनडे मैचों में उन्होंने 14.15 की औसत से 269 रन बनाए और 39 की औसत से 7 विकेट झटके.
फर्स्ट क्लास क्रिकेट : आजाद के नाम 142 फर्स्ट क्लास मैचों में 39.48 की औसत से 6,634 रन और 30.72 की औसत से 234 विकेट दर्ज हैं.
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद राजनीति में लक आजमाया
कीर्ति आजाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा के बेटे हैं. उन्होंने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद राजनीति में लक आजमाया. बीजेपी ज्वाइन किया और 1993 में दिल्ली के गोल मार्केट इलाके से विधायक चुने गए. 1999 में उन्होंने दरभंगा के लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा और वहां अशरफ अली फातमी को शिकस्त देकर सांसद बने. बता दें कि जब वे सांसद बने उससे पहले दरभंगा की सीट कभी भी बीजेपी के खाते में नहीं आई थी. एक तरह से कीर्ति ने इतिहास बदल दिया था. दरभंगा से तीन बार सांसद बनने के बाद कीर्ति कांग्रेस में शामिल हुए. इसके हबाद कांग्रेस का दामन छोड़कर टीएमसी में शामिल हो गए. भारतीय जनता पार्टी से साल 2015 में निलंबित होते ही कीर्ति बिफर पड़े थे.