IPL (Indian Premiere League) एक ऐसा रोमांचक इवेंट है, जिसमें स्पोर्ट के साथ एंटरटेंमेन्ट का तड़का देखने को मिलता है. लेकिन इस खास इवेंट की शुरुआत की किसने? तो इसका जवाब है Lalit Modi.लेकिन ललित मोदी ने भी आईपीएल से सीजन के दौरान कई मुश्किल दौर देखें हैं, जिसमें अंडरवर्ल्ड से लेकर देश से भागना और पद से इस्तीफा देना तक शामिल है. क्या है ललित मोदी की आईपीएल से जुड़ी कहानी.
क्यों होना पड़ा ललित मोदी को भारत से फरार?
ललित मोदी एक पॉडकास्ट में बताते है कि उन्हें दाऊद इब्राहिम में कई धमकियां मिली. ललिता हा कहना है कि दाऊद मैचों पर सट्टा लगाते थे, जबकि सट्टे को लेकर ललित का रुख बिलकुल सख्त था. वह बताते हैं कि उनपर कई बार हमले भी हुए हैं. ललित बताते हैं कि उन्होंने देश को केवल इसलिए छोड़ा क्योंकि आईपीएल के सीजन वन के बाद उन्हें दाऊद से और भी धमकियां मिलने लगीं. और इसकी वजह केवल एक ही थी, कि वह आईपीएल में सट्टेबाजी के बिलकुल खिलाफ थे. उन्होंने देश को अपने ऊपर लगे इलजामों के कारण नहीं छोड़ा.
मोदी बताते है कि आईपीएल के सीजन 2 में साउथ अफ्रीका में उनपर दिन दहाड़े हमला किया गया. और इस यह बात अखबारों की सुर्खियां बन गई. साथ ही वह यह भी बताते है कि उनके बेटे को अगवाह कर लिया गया. और यह सब केवल इन कारण हुआ कि उन्होंने अंडरवर्ल्ड से सीधा पंगा ले लिया था. बेशक उन्होंने आईपीएल की शुरुआत की, लेकिन यह शुरुआत और उनके असूल कहीं न कहीं उनकी जान के लिए जोखिम बन चुके थे.
कैसे हुए भारत से फरार?
ललित बताते है कि प्लेन पर उनके पर्सनल बॉडीगार्ड ने बताया कि आपको वॉशरूम जाने की जरूरत है. जिसके जबाव में ललित ने पूछा मैं क्यों जाऊ. तो बॉडीगार्ड ने उन्हें कहा कि आपको जाने की जरूरत है. वहां उन्हें पुलिस विभाग के बड़े अधिकारी मिले जिन्होंने कहा कि ललित देखिए हमें केंद्र से आदेश मिल चुका है, अब हम आपकी और सुरक्षा नहीं कर सकते हैं. इस दौरान ललित की जान को दाऊद से खतरा था.
पुलिस अधिकारी ने उनसे कहा कि मैं केवल 12 घंटे तक अपने जोखिम पर आपकी जान बचा हूं. उसके बाद मैं भी कुछ नहीं कर पाऊंगा. केंद्र की तरफ से भी ललित की सुरक्षा के लिए हाथ खड़े कर दिए गए थे. ऐसे में ललित को देश से बाहर भेजने के लिए कुछ फिल्मी अंदाज अपनाया गया. किसी शख्स को ललित का भेष देकर निकाया गया, और उसके पीछे मीडिया दौड़ पड़ा और ललिता को बाद में एक कार में छिपाया गया. इस काम में केंद्र के गठबंधन का एक साथी भी शामिल था, जो ललित का दोस्त भी था. इसके बाद ललित को हवाई अड्डा पहुंचाया गया. ललित के पास वीआईपी पद था इसलिए उन्हें हवाई जाहज में बैठने में दिक्कत का सामना भी नहीं करना पड़ा और वह देश से रवाना हो गए.
क्यों दिया आईपीएल अध्यक्ष पद से इस्तीफा?
ललिता कहते हैं कि उन्हें कहा गया कि आप आईपीएल अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दें. और इस बात की बुनियाद को पॉलिटिक्ल प्रेशर बताया गया. इस प्रेशर में प्रधानमंत्री तक को शामिल किया गया. उस समय कांग्रेस की सरकार केंद्र में थी. ललित ने इस्तीफा देने से इंकार कर दिया. उन्होंके दो टूक शब्दों में कहा कि आप मुझे निकाल सकते हैं पर मैं इस्तीफा नहीं दूंगा.
उन्हें कहा गया कि आप आईपीएल के फाइनल में नहीं जाएंगे. जिसके जवाब में ललित ने कहा कि जब मैंने कुछ गलत किया ही नहीं तो मैं क्यों ना जाऊं फाइनल में. साथ ही ललित कहते हैं कि उन्हें कहा गया कि आप कोई क्लोसिंग स्पीच नहीं देंगे. इस पर भी ललित ने अपना साफ रुख अपनाते हुए कहा कि मैं क्लोसिंग स्पीच भी दूंगा. उन्होंने कहा कि मैं पूरा विवाद लोगों के कानों तक पहुंचाऊगा.