भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह (Jay Shah) इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के नए बॉस बन सकते हैं. ऐसा इसलिए माना जा रहा है कि क्योंकि आईसीसी के मौजूदा चेयरमैन ग्रेग बार्कले ने तीसरे कार्यकाल की दौड़ से अपने को अलग कर लिया है.
इस तारीख तक दाखिल करना है नामांकन
ग्रेग बार्कले का कार्यकाल 30 नवंबर 2024 को समाप्त हो रहा है. आईसीसी चेयरमैन दो-दो साल के तीन कार्यकाल के लिए पात्र होता है. न्यूजीलैंड के बार्कले ने अब तक चार साल पूरे कर लिए हैं. बार्कले को नवंबर 2020 में आईसीसी का अध्यक्ष चुना गया था. उन्हें 2022 में फिर से इस पद पर चुना गया.
आईसीसी ने कहा कि मौजूदा निदेशकों को अब 27 अगस्त 2024 तक अगले अध्यक्ष के लिए नामांकन प्रस्तुत करना होगा. यदि एक से अधिक उम्मीदवार हैं तो चुनाव होगा और नए चेयरमैन का कार्यकाल 1 दिसंबर 2024 से शुरू होगा. जय शाह चेयरमैन पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करेंगे या नहीं, यह 27 अगस्त तक साफ हो जाएगा जो अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है.
जय शाह को लेकर क्यों अटकलें तेज
आईसीसी के अध्यक्ष पद के लिए मौजूदा नियमों के मुताबिक चुनाव में 16 वोट शामिल हैं. विजेता के लिए 9 वोट यानी 51 प्रतिशत का साधारण बहुमत आवश्यक है. पहले के नियम के मुताबिक चेयरमैन पद के लिए दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होती थी. जय शाह को आईसीसी के बोर्ड में सबसे प्रभावशाली चेहरों में से एक माना जाता है.
जय शाह वर्तमान में आईसीसी की शक्तिशाली वित्त और वाणिज्यिक मामलों की उप समिति के प्रमुख हैं. शाह के वोटिंग करने वाले 16 सदस्यों में से अधिकांश के साथ अच्छे संबंध हैं. इसलिए माना जा रहा है कि जय शाह आसानी से आईसीसी का चेयरमैन बन सकते हैं. यदि जय शाह अध्यक्ष चुने जाते हैं तो वह 35 वर्ष की आयु में आईसीसी के इतिहास में सबसे कम उम्र के चेयरमैन होंगे.
बीसीसीआई सचिव के रूप में बचा है एक साल का कार्यकाल
बीसीसीआई सचिव के रूप में शाह का कार्यकाल वर्तमान में एक साल का बचा है. इसके बाद उन्हें अक्टूबर 2025 से 3 साल का अनिवार्य ब्रेक (कूलिंग ऑफ अवधि) लेना होगा.
उच्चतम न्यायालय की ओर से अनुमोदित बीसीसीआई के संविधान के अनुसार कोई पदाधिकारी तीन साल की कूलिंग ऑफ अवधि से पहले छह साल तक पद पर रह सकता है. कोई व्यक्ति कुल 18 वर्षों तक (राज्य संघ में 9 और बीसीसीआई में 9 वर्ष) पद पर रह सकता है. यदि शाह अपने सचिव पद का एक वर्ष शेष रहते हुए आईसीसी में जाने का निर्णय लेते हैं तो उनके पास बीसीसीआई में चार वर्ष शेष रह जाएंगे.
ये भारतीय भी बन चुके हैं आईसीसी के चेयरमैन
आईसीसी के चेयरमैन पद पर चार भारतीय- जगमोहन डालमिया (Jagmohan Dalmiya), शरद पवार (Sharad Pawar), एन श्रीनिवासन (N Srinivasan) और शशांक मनोहर (Shashank Manohar) रह चुके हैं. जगमोहन डालमिया ने 1997 में आईसीसी अध्यक्ष का पद संभाला था. शरद पवार साल 2010 से 2012 तक आईसीसी के अध्यक्ष पद पर रहे थे. एन श्रीनिवासन साल 2014 से 2015 तक आईसीसी के चेयरमैन पद पर रहे थे. शशांक मनोहर साल 2015 से लेकर 2020 तक आईसीसी के अध्यक्ष रहे थे.