वर्ल्ड कप 2023 में अफगानिस्तान की टीम ने इंग्लैंड को हराकर बड़ा उलटफेर किया है. वर्ल्ड कप में कई बार बड़ी टीमों को इस तरह की हार का सामना करना पड़ा है. ऐसा ही वाक्या एक बार टीम इंडिया के साथ भी हुआ था, जब साल 1999 वर्ल्ड कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ 3 रन से हार का सामना करना पड़ा था. उस मैच में दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर मैदान पर नहीं उतरे थे. पिता के निधन की वजह से उनको भारत लौटना पड़ा था. चलिए आपको उस मैच की पूरी कहानी बताते हैं.
7 रन, 11 बॉल, 3 विकेट का रोमांच-
वर्ल्ड कप 1999 में ग्रुप स्टेज में भारत और जिम्बाब्वे के बीच मुकाबला खेला गया था. इस मैच में जिम्बाब्वे की टीम ने 252 रन का स्कोर खड़ा किया था. लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को जीत के लिए आखिरी 11 गेंदों में 7 रन की जरूरत थी. भारत के पास 3 विकेट बाकी थे. ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया मैच जीत लेगी. लेकिन जिम्बाब्वे के गेंदबाज हेनरी ओलंगा ने मैच का रूख बदल दिया. ओलंगा ने टीम इंडिया के तीनों विकेट उखाड़ दिए थे और जिम्बाब्वे ने साल 1999 वर्ल्ड कप का बड़ा उलटफेर किया था. ओलंगा ने रॉबिन सिंह, श्रीनाथ और वेंटकेश प्रसाद को आउट किया था. इसके साथ ही जिम्बाब्वे ने 3 रन से ये मुकाबला जीत लिया था.
मैच में नहीं खेले थे सचिन तेंदुलकर-
साल 1999 का वर्ल्ड कप इंग्लैंड में आयोजित हुआ था. लीसेस्टर में भारत और जिम्बाब्वे के मैच से पहले भारत को बड़ा झटका लगा था. टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के पिता का निधन हो गया था. जिसके बाद उनको भारत लौटना पड़ा था. सचिन तेंदुलकर इस महत्वपूर्ण मैच में नहीं खेले थे. जिम्बाब्वे के खिलाफ हार की वजह से टीम इंडिया सुपर सिक्स राउंड से बाहर हो गई थी.
ग्रांट फ्लॉवर ने खेली थी दमदार पारी-
टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था. जिम्बाब्वे की तरफ से नील जॉनसन और ग्रांट फ्लॉवर की जोड़ी ओपनिंग के लिए मैदान पर उतरी. जब जिम्बाब्वे का स्कोर 12 रन था तो टीम इंडिया को पहली सफलता मिली. नील जॉनसन 7 रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद विकटों के गिरने का सिलसिला चलता रहा. इसके साथ ही रन स्कोर भी बढ़ता रहा. इस मैच में दो भाई एंडी फ्लॉवर और ग्रांट फ्लॉवर ने शानदार पारी खेली थी. ग्रांट फ्लॉवर ने 45 रनों की पारी खेली और एंडी फ्लॉवर ने 68 रन बनाए थे. जिसकी बदौलत जिम्बाब्वे की टीम ने 50 ओवर में 9 विकेट पर 252 रन का स्कोर खड़ा किया था. श्रीनाथ, कुंबले और वेंकटेश प्रसाद ने 2-2 खिलाड़ियों को आउट किया था.
रमेश और जडेजा की पारी भी काम नहीं आई-
253 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही. 13 रन के कुल स्कोर पर सौरभ गांगुली सिर्फ 9 रन बनाकर आउट हो गए. राहुल द्रविड़ भी 13 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. एक छोर पर सदगोपन रमेश टिके रहे. लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरत रहे. कप्तान अजहरुद्दीन भी 7 रन बनाकर आउट हो गए. टीम इंडिया के 56 रन पर 3 बल्लेबाज पवेलियन लौट गए थे. इसके बाद अजय जडेजा ने रमेश का साथ दिया और टीम का स्कोर 155 रन तक पहुंचाया. इस स्कोर पर टीम इंडिया का चौथा विकेट गिरा. एस रमेश ने शानदार 55 रनों की पारी खेली. इस दौरान उन्होंने एक छक्का और 3 चौके लगाए थे. अभी टीम इंडिया का स्कोर 174 रन ही पहुंचा था कि अजय जडेजा भी 43 रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद रॉबिन सिंह ने मोर्चा संभाला और उनको नयन मोंगिया का साथ मिला. लेकिन ये जोड़ी भी ज्यादा कुछ नहीं कर पाई. मोंगिया 28 रन बनाकर आउट हुए. रॉबिन सिंह ने 35 रनों की पारी खेली थी. लेकिन टीम को जीत नहीं दिला पाए थे. पूरी टीम 249 रनों पर ऑलआउट हो गई थी. इस तरह से जिम्बाब्वे ने 3 रन से मैच जीत लिया था.
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