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Paris Olympic: पेरिस में बढ़ी गर्मी, एथलीट्स को करना पड़ सकता है हेल्थ प्रॉब्लम्स का सामना

वेदर सर्विसेज इंटरनेशनल के अनुसार, अगले सप्ताह की शुरुआत में उद्घाटन समारोह के दिन शुक्रवार को पेरिस का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा. ओलंपिक के दौरान आयोजकों से लेकर एथलीट्स तक बढ़ती गर्मी के कारण चिंता में हैं.

Paris Olympics (Photo: Getty Images) Paris Olympics (Photo: Getty Images)

2024 के पेरिस ओलंपिक के लिए हर कोई उत्साहित है और इस बार का आयोजन ऐतिहासिक होने जा रहा है. लेकिन पेरिस में गर्मी बढ़ने से लोगों की चिंता बढ़ गई है. यूरोप रिकॉर्ड तोड़ तापमान से जूझ रहा है, ऐसे में एथलीट्स की हेल्थ और उनकी परफर्मेंस को लेकर चिंता जताई जा रही है.  

एथलीटों के लिए, पीक परफर्मेंस कुशल थर्मोरेग्यूलेशन- शरीर की स्वस्थ कोर तापमान बनाए रखने की क्षमता पर निर्भर करता है. हालांकि, अत्यधिक गर्मी इस सिस्टम में परेशानी खड़ी कर सकती है. 

अत्यधिक गर्मी का हमला: तेज गर्मी शरीर के कूलिंग मैकेनिज्म को प्रभावित करती है, जिससे ज्यादा गर्मी, मांसपेशियों में ऐंठन, चक्कर आना और यहां तक ​​कि जीवन के लिए खतरा पैदा करने वाली स्थिति - हीटस्ट्रोक हो जाती है. थकावट तेजी से बढ़ती है, जिससे एथलेटिक परफर्मेंस में परेशानी आती है.

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डिहाइड्रेशन और डिक्लाइन: लू के दौरान, बॉडी खुद को खूल करने के लिए ज्यादा प्रयास करती है. जिससे काफी पसीना निकलता है और फ्लुइड लॉस होने से डिहाइड्रेशन होने लगता है. ब्लड फ्लो मांसपेशियों से त्वचा की ओर मुड़ जाता है, जिससे ताकत और सहनशक्ति कम हो जाती है. 

शारीरिक तनाव से परे
पेरिस ओलंपिक में ज्यादा गर्मी में प्रतिस्पर्धा करने से फिजिकली ही नहीं बल्कि मेंटली यानी मानसिक तौर पर भी एथलीट्स प्रभावित होंगे. गर्मी के तनाव से चिड़चिड़ापन, फोकस करने में परेशानी और यहां तक ​​कि सही निर्णय लेने में भी दिक्कत हो सकती है. जो एथलीटों सालों से इसकी तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन न कर पाने का इमोशनल स्ट्रेस बहुत ज्यादा हो सकता है. 

वहीं, कुछ एथलीट्स के लिए गर्मी और रिस्क बढ़ा सकती है. मैराथन रनर और साइकिलिस्ट जैसे धीरज रखने वाले एथलीट जो लंबे समय तक बाहर प्रतिस्पर्धा करते हैं, उन्हें ज्यादा परेशानियां हो सकती हैं. पैरालंपिक एथलीट गर्मी से संबंधित बीमारियों के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो सकते हैं. उन्होंने कहा, 2020 टोक्यो खेलों के एक अध्ययन से पता चला कि 21% से ज्यादा पैरालंपिक एथलीटों ने गर्मी के तनाव के लक्षणों का अनुभव किया. 

कैसे रखें स्वस्थ 
हाइड्रेशन है जरूरी: एथलीट्स को प्रशिक्षण या प्रतियोगिता से पहले और बाद में भी, पूरे दिन पानी और इलेक्ट्रोलाइट युक्त लिक्विड के साथ हाइड्रेशन को प्राथमिकता देने की जरूरत है.

कूलिंग तकनीक: आप ठंडे शॉवर लेने से पहले से शरीर को थोड़ा ठंडा होने दें और हल्के, ब्रीदेब्ल कपड़े पहनना महत्वपूर्ण है. 

अपने शरीर की सुनें: एथलीट्स को सतर्क रहना चाहिए. उन्हें ट्रेनिंग के बाद ब्रेक के दौरान छाया में बैठना चाहिए, और जरा भी अस्वस्थ महसूस होने पर प्रतिस्पर्धा से हटने में संकोच नहीं करना चाहिए. मेन गेम से पहले ही उस पर्यावरणीय स्थिति में प्रशिक्षण करके शरीर को इसके अनुकूल ढाला जा सकता है. इससे भी गर्मी सहनशीलता में काफी सुधार हो सकता है.