
भारत की अंडर-19 विमेंस टीम ने इतिहास रच दिया है. भारत लगातार दूसरी बार अंडर-19 विमेंस वर्ल्ड चैंपियन बन गया है. वर्ल्ड कप के फाइनल में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 9 विकेट से हराया.
भारत की अंडर-19 विमेंस टीम पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारी है. भारत ने लगातार दूसरी बार खिताब पर कब्जा जमाया. कप्तान निकी प्रसाद की अगुवाई में टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप की ट्रॉफी अपने पास की रखी.
फाइनल में 3 विकेट लेने वाली त्रिशा प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बनीं. वर्ल्ड कप में त्रिशा ने 307 रन बनाए और 7 विकेट लिए. भारत लगातार दूसरी बार कैसे चैंपियन बनी. आइए इस बारे में जानते हैं.
रचा इतिहास
अंडर-19 विमेंस इंडियन टीम ने वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रच दिया है. भारत पहली ऐसी टीम बन गई है जिसने लगातार दूसरी बार अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता है. साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया.
टीम इंडिया ने शुरू से ही कसी बॉलिंग की. साउथ अफ्रीका को दूसरे ओवर में ही पहला झटका लग गया. 20 रन के अंदर साउथ अफ्रीका के दोनों ओपनर पवेलियन चले गए. तीन विकेट गिरने के बाद कुछ ओवर साउथ अफ्रीका ने कोई विकेट नहीं गिरने दिया. इस दौरान साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज रन भी नहीं बना पाए.
11 ओवर तक दक्षिण अफ्रीका 40 रन ही बना पाई. साउथ अफ्रीका 82 रनों पर ऑल आउट हो गई. टीम इंडिया की ओर से त्रिशा ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए. इसके अलावा आयुषी, वैष्णवी और सिसोदिया ने 2-2 विकेट लिए. 1 विकेट शबनम को भी मिला.
बैटिंग में कमाल
भारत को वर्ल्ड कप जीतने के लिए सिर्फ 83 रन का टारगेट मिला. टीम इंडिया ने बड़ी आसानी से 83 रन का टारगेट चेज कर लिया. इंडिया की ओर से कामलिनी और त्रिशा ओपन करने आईं. टीम इंडिया का पहला विकेट 36 रन पर गिला. कामलिनी 8 रन बनाकर आउट हुईं.
त्रिशा का साथ देने के लिए सानिका चाल्के आईं. दोनों ने टीम को वर्ल्ड कप की ट्रॉफी तक पहुंचाया. भारत ने 68 गेंदों में टारगेट को चेज कर लिया. त्रिशा ने 44 रन और सानिका ने 26 रन बनाए. त्रिशा प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट और प्लेयर ऑफ द सीरीज भी बनीं. इस तरह से अंडर-19 विमेंस इंडियन टीम ने वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रच दिया.