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Ind vs Ban 2nd Test: Kanpur के Green Park Stadium में कैसा है भारत का रिकॉर्ड, क्या है पिच का मिज़ाज और कौनसे गेंदबाज साबित होंगे खतरनाक.... यहां जानिए सब कुछ

Ind vs Ban 2nd Test: भारत ने कानपुर में अपना आखिरी मैच 2021 में खेला था. यह मैच ड्रॉ रहा था. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की ओर बढ़ते हुए भारत के लिए हर मैच जीतना जरूरी है. क्या कानपुर की पिच में बांग्लादेश की मदद के लिए कुछ है?

INDIA VS BANGLADESH 2ND TEST PREVIEW INDIA VS BANGLADESH 2ND TEST PREVIEW
हाइलाइट्स
  • कानपुर में 27 सितंबर से भिड़ेंगे भारत-बांग्लादेश

  • सीरीज में 1-0 की बढ़त बना चुका है भारत

भारतीय टीम शुक्रवार से कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरा टेस्ट (India vs Bangladesh 2nd Test) खेलने जा रही है. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (World Test Championship 2023-25) के फाइनल में पहुंचने के लिहाज से यह टेस्ट जीतना भारत के लिए अहम है. आइए जानते हैं कि ग्रीन पार्क स्टेडियम में भारत का रिकॉर्ड कैसा रहा है और यह पिच आने वाले टेस्ट में कैसा बर्ताव कर सकती है.  

क्या है कानपुर स्टेडियम का इतिहास?
कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम (Green Park Stadium) में पहला मैच 1952 में भारत-इंग्लैंड के बीच खेला गया था. जिसमें मेहमान टीम ने आठ विकेट से जीत दर्ज की थी. छह साल बाद 1958 में खेले गए मैच में भारत को वेस्ट इंडीज के हाथों 203 रन से हार मिली. हालंकि उसके बाद से इस मैदान पर भारतीय टीम का रिकॉर्ड अच्छा रहा है. 

भारत ने कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में 23 टेस्ट खेले हैं. इनमें से 13 मुकाबले ड्रॉ हुए हैं. सात मैचों में भारत को जीत मिली है जबकि तीन में उसे हार का सामना करना पड़ा है. खास बात यह है कि पिछले 15 सालों में इस स्टेडियम में सिर्फ तीन टेस्ट मैच खेले गए. दो में भारत ने जीत हासिल की जबकि एक मुकाबला ड्रॉ रहा. 

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क्या है पिच का मिज़ाज?
कानपुर की पिच को उन्नाव से लाई गई ब्लैक सॉइल से बनाया गया है. इस वजह से यह पिच धीमी है और यहां गेंद को ज्यादा बाउंस नहीं मिलता. कानपुर आने पर स्पिनर इसका भरपूर फायदा उठाते हैं. भारत ने जब 2021 में यहां आखिरी बार न्यूजीलैंड (Ind vs NZ) का सामना किया था तो मेहमान टीम के 19 में से 17 विकेट स्पिनरों से चटकाए थे.

स्पिन की हल्की-फुलकी चुनौतियों से निपट लेने वाले बल्लेबाजों के लिए यह पिच बेहतरीन साबित होती है. ग्रीन पार्क में पहली पारी का औसत स्कोर 370 रन है. जबकि दूसरी पारी का औसत स्कोर 322 रन है. हालांकि जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ता है, पिच धीमी होती चली जाती है और बल्लेबाजी करना बेहद मुश्किल हो जाता है. यहां चौथी इनिंग्स का औसत स्कोर 137 रन है. 

ग्रीन पार्क में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने सात बार जीत दर्ज की है. दूसरी बार बल्लेबाजी करने वाली टीम तीन बार जीती है. चौथी पारी तक इस पिच पर स्पिनरों का सामना करना बेहद मुश्किल भी हो जाता है इसलिए अगर बांग्लादेश के खिलाफ रोहित शर्मा टॉस जीतते हैं तो वह पहले बल्लेबाजी करना चाहेंगे.

किस खिलाड़ी के लिए खास है मैदान?
कानपुर के स्टेडियम पर भले ही भारतीय बल्लेबाज कोई बड़ा कीर्तिमान न रच सके हों, स्पिनरों ने जरूर यहां अपनी छाप छोड़ी है. रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल तीनों ही इस स्टेडियम में एक पारी में पांच विकेट चटकाने का कारनामा कर चुके हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ 2021 में खेले गए मैच की पहली पारी में जहां अक्षर पटेल ने पांच विकेट लिए थे. वहीं रवींद्र जडेजा ने दूसरी पारी में चार विकेट चटकाए थे.

हो सकता है कि भारतीय टीम आने वाले मैच में एक तेज गेंदबाज को आराम देकर तीन स्पिनरों के साथ खेलना चाहे. और दूसरे टेस्ट के लिए अक्षर पटेल बेंच छोड़कर मैदान पर दिखें. 

बात करें बल्लेबाजों की तो रोहित शर्मा और विराट कोहली ग्रीन पार्क में अपने आंकड़ें बेहतर करना चाहेंगे. विराट कोहली इस स्टेडियम पर एक बार भी 50 का आंकड़ा पार नहीं कर सके हैं. जबकि रोहित ने सिर्फ एक बार 50 का आंकड़ा पार किया है. पिछले मैच में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद दोनों ही बल्लेबाज रंग में लौटने को आतुर भी होंगे.