ICC Hall of Fame Neetu David: भारतीय महिला क्रिकेटर नीतू डेविड (Neetu David) को एक बड़ा सम्मान मिला है. लेजेंडरी लेफ्ट ऑर्म बॉलर नीतू डेविड को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल हॉल ऑफ फेम (ICC Hall of Fame Neetu David) में शामिल किया गया है. नीतू डेविड के साथ एबी डी विलियर्स (AB De Villiers) और एलिस्टर कुक (Alastair Cook) को भी आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है.
नीतू डेविड आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वालीं दूसरी इंडियन क्रिकेटर हैं. उनसे पहले डायना इडुल्जी ये अचीवमेंट हासिल कर चुकी हैं. डायना इडुल्जी को एक साल पहले आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया था.
मौजूदा समय में नीतू डेविड भारतीय महिला क्रिकेट टीम की चयन समिति की अध्यक्ष हैं. आइए नीतू डेविड के करियर और रिकॉर्ड पर एक नजर डालते हैं.
नीतू डेविड का करियर
नीतू डेविड ने इंडिया के लिए 100 से ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेले हैं. बाएं हाथ की स्पिनर नीतू डेविड ने 10 टेस्ट मैच और 97 वनडे खेल हैं. नीतू डेविड वनडे में 100 से ज्यादा विकेट लेने वाली पहली इंडियन वुमेन क्रिकेटर हैं.
An India legend - both on and off the field 🙌
— ICC (@ICC) October 16, 2024
Neetu David joins the game's elite in the ICC Hall of Fame 🏅
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नीतू डेविड ने 10 टेस्ट मैच में 41 विकेट लिए हैं. वहीं 97 वनडे में 141 विकेट अपने नाम किए हैं. नीतू डेविड वर्ल्ड कप 2005 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली खिलाड़ी बनी थीं. उस वर्ल्ड कप में नीतू ने 20 विकेट लिए थे. भारत को वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंचाने में नीतू की बड़ी भूमिका थी.
यादगार स्पेल
नीतू डेविड ने 1995 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना इंटरनेशनल मैच खेला था. नीतू डेविड को 1995 में इंग्लैंड के खिलाफ डाले गए शानदार स्पेल के लिए याद किया जाता है. नीतू डेविड ने टेस्ट मैच में इंग्लैंड के खिलाफ एक पारी में 8 विकेट लिए थे. महिला टेस्ट मैच की एक पारी में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड आज भी नीतू के नाम है.
साल 2006 में नीतू ने इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया. बाद में 2008 में नीतू ने अपना फैसला दिया और भारत के लिए एशिया कप खेला. साथ में इंग्लैंड के दौरे पर भी इंडियन टीम का हिस्सा रहीं. इसके बाद नीतू भारत के लिए नहीं खेली.
आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किए जाने पर नीतू डेविड ने कहा- आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होना सम्मान की बात है. यह इस खेल के लिए समर्पण के बात आता है. इस प्वाइंट पर ये मेरे लिए एक यादगार सफर रहा है. मैं आईसीसी और बीसीसीआई धन्यवाद करती हूं.