भारत के बैडमिंटन खिलाड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी ने रविवार को इंडोनेशिया ओपन सुपर 1000 बैडमिंटन का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया. फाइनल में मलेशिया के आरोन चिया और वूई यिक सोह की जोड़ी को हराकर पहली बार सुपर 1000 स्तर की प्रतियोगिता को अपने नाम किया.
पहली भारतीय जोड़ी बनी
विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर काबिज भारतीय जोड़ी ने फाइनल में मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन चिया और वूई की जोड़ी को 21-17, 21-18 से हराकर सुपर 1000 स्तर की प्रतियोगिता को अपने नाम करने वाली पहली भारतीय जोड़ी बनी. यह इंडोनेशिया ओपन के डबल्स इवेंट में भारत का पहला खिताब भी है. सात्विक और चिराग इससे पहले सुपर 100, सुपर 300, सुपर 500 और सुपर 750 का भी खिताब जीत चुके हैं. सभी सुपर खिताब जीतने वाली यह भारत की पहली जोड़ी भी है.
वापसी का नहीं दिया मौका
इस ऐतिहासिक जीत के लिए हालांकि भारतीय युगल को संघर्ष करना पड़ा. खिताबी मुकाबले में सात्विक-चिराग की शुरुआत अच्छी नहीं रही, जबकि मलेशियाई जोड़ी ने 7-3 की बढ़त ले ली. सात्विक-चिराग ने जल्द ही लय हासिल करते हुए 7-7 पर बराबरी की और ब्रेक तक 11-9 की बढ़त बना ली. इसके बाद सात्विक चिराग ने अपने मलेशियाई प्रतद्विंदियों को वापसी का मौका नहीं दिया और पहला गेम 21-17 से जीतने में सफल रहे.
मुकाबले को जीतने में 43 मिनट का लगा समय
दूसरे गेम में भी आरोन-सूह ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन भारतीय युगल ने जल्द ही मुकाबले पर काबू पा लिया। स्कोर 6-6 पर बराबर होने के बाद सात्विक-चिराग ने दो प्वाइंट स्कोर किए जबकि मलेशियाई जोड़ी ने एक प्वाइंट अपने पक्ष में किया. सात्विक-चिराग 20-14 की बढ़त बनाकर चैंपियनशिप जीतने से सिर्फ एक प्वाइंट दूर थे. मलेशियाई युगल ने इस समय आक्रामकता दिखाई लेकिन भारतीय जोड़ी को 21-18 से गेम जीतने से नहीं रोक सके. बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की विजेता और एशियाई चैम्पियन भारतीय जोड़ी को इस कड़े मुकाबले को जीतने में 43 मिनट का समय लगा. इन दोनों जोड़ियों के बीच पांच मैचों में यह तीसरी जीत है. कोरियाई जोड़ी को सेमीफाइनल में हराकर सुपर 1000 टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय जोड़ी बनी थी.