26 जुलाई से पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत हो रही है. खेलों के सबसे बड़े महाकुंभ में 10 हजार से भी ज्यादा एथलीट मेडल जीतने के लिए उतरेंगे. ये आयोजन इतना बड़ा है कि हर रोज सुरक्षा के लिए 30 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे. ऐसे में फ्रांस सरकार आयोजन को सफल बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही. यही वजह है कि भारत के K9 स्क्वाड को भी सुरक्षा की बड़ी जिम्मेदारी मिली है. आपके मन में सवाल होगा कि आखिर ये K9 स्क्वाड है क्या तो चलिए जानते हैं.
K9 स्क्वाड क्या है ?
K-9 स्क्वाड डॉग्स की एक टीम होती है. इस टीम में ट्रेंड डॉग्स होते हैं जो सूंघ कर विस्फोटक पदार्थों का पल में पता लगा सकते हैं. इन्हें विशेष रुप से प्रशिक्षित किया जाता है. स्क्वाड में जर्मन शेफर्ड और बेल्जियन मेलिनोइस नस्ल के डॉग्स होते हैं. सीआरपीएफ हो या आर्मी लगभग सभी फोर्सेस के पास ये टीम होती है.
पेरिस ओलंपिक के लिए के-9 स्क्वॉड से 10 डॉग का दस्ता फ्रांस पहुंच चुका है. इस टीम में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के-9 स्क्वॉड से एक पांच साल का वास्ट है और दूसरा तीन साल का डेनबी है. ये दोनों डॉग बेल्जियन मेलिनोइस नस्ल के हैं. 10 डॉग्स CRPF, NSG, SSB, ITBP जैसे अलग फोर्सेस से चुने गए हैं. के-9 दस्ते के साथ उनके हैंडलर भी फ्रांस पहुंच चुके हैं.
पहली बार देश से बाहर प्रदान करेगी सुरक्षा K9 टीम
भारत की K9 टीम पहली बार देश के बाहर सुरक्षा प्रदान करेगी. के-9 स्क्वॉड के वास्ट और डेनबी को कड़े टेस्ट के बाद शॉर्ट लिस्ट किया गया है. निर्देश मिलते ही ये डॉग्स गोला-बारूद और नशीले पदार्थों का पलक झपकते ही पता लगा सकते हैं. भारत में अलग-अलग मौकों पर K9 डॉग्स सुरक्षा प्रदान करते रहे हैं. हाल में जी20 शिखर सम्मेलन की सुरक्षा में इस दस्ते को शामिल किया गया था.