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Akash Deep Test Debut: 2 महीने में पिता-भाई की मौत, आर्थिक तंगी, मां की जिम्मेदारी, 3 साल तक क्रिकेट से दूरी... आपको भी इमोशनल कर देगी क्रिकेटर आकाशदीप की कहानी

Ind vs Eng 4th Test: रांची टेस्ट में तेज गेंदबाज आकाशदीप ने टेस्ट डेब्यू किया है. 27 साल के इस खिलाड़ी को टीम इंडिया की कैंप पहनने के लिए काफी संघर्षों से गुजरना पड़ा है. आकाशदीप के पिता को उनका क्रिकेट खेलना पसंद नहीं था. नौकरी के बहाने वो दुर्गापुर गए और क्रिकेट खेलना शुरू किया. लेकिन दो महीने में पिता और भाई की मौत ने परिवार को तोड़ दिया. मां की जिम्मेदारियों ने आकाशदीप को 3 साल तक क्रिकेट से दूर रखा. लेकिन इस खिलाड़ी ने मैदान पर वापसी की और अब टेस्ट टीम में जगह मिली है.

Akash Deep Debut Akash Deep Debut
हाइलाइट्स
  • रांची में खेले जा रहे टेस्ट मैच से आकाशदीप ने किया डेब्यू

  • बिहार में सासाराम के रहने वाले हैं 27 साल के आकाशदीप

इंग्लैंड के खिलाफ रांची में खेले जा रहे टेस्ट मैच में टीम इंडिया को एक नया सितारा मिला है. इस मैच में रोहित शर्मा की कप्तानी में 27 साल के खिलाड़ी आकाशदीप ने टेस्ट डेब्यू किया है. बंगाल की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले इस खिलाड़ी को जसप्रीत बुमराह की जगह टीम में खेलने का मौका मिला है. आकाशदीप ने अपने पहले ही टेस्ट की पहली पारी में शानदार गेंदबाजी की और तीन खिलाड़ियों को आउट किया. चलिए आपको बिहार में सासाराम के रहने वाले इस प्रतिभावान खिलाड़ी के संघर्ष की कहानी बताते हैं.

आकाशदीप का क्रिकेट करियर-
आकाशदीप भारत के लिए टेस्ट खेलने वाले 313वें क्रिकेटर हैं. वो बंगाल की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलते हैं. उन्होंने फर्स्ट क्लास में साल 2019 में अपना डेब्यू किया था. उन्होंने अब तक 130 फर्स्ट क्लास मैचों में 104 विकेट लिया है. उनका औसत 23.58 का रहा है. जबकि आकाशदीप ने लिस्ट ए में 28 मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने 42 विकेट हासिल किया है. आकाशदीप आईपीएल में आरसीबी की तरफ से खेलते हैं. उन्होंने साल 2022 में अपना पहला आईपीएल मैच खेला था. वो अब तक आईपीएल में 7 मैचों में 6 विकेट ले चुके हैं. आरसीबी ने उनको 20 लाख रुपए में खरीदा था.

क्रिकेट पर पिता का नहीं मिला समर्थन-
आकाशदीप बिहार के सासाराम के रहने वाले हैं. वो बचपन से क्रिकेट खेलना चाहते थे. लेकिन इसके लिए उनको पिता का समर्थन नहीं मिला. आकाशदीप नौकरी की तलाश के बहाने दुर्गापुर चले गए. क्रिकेट के लिए उनको अपने चाचा का समर्थन मिला. दुर्गापुर में आकाशदीप एक लोकल एकेडमी में गए और क्रिकेट खेलना शुरू किया. 

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2 महीने में पिता और भाई की मौत-
आकाशदीप ने अभी किकेट खेलना शुरू ही किया था कि उनके सामने एक बड़ी मुसीबत आ गई. एक दिन उनके पिता को दिल का दौरा पड़ा और उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. आकाशदीप के सिर से पिता का साया उठ गया. अभी इस गम से निकल भी नहीं पाए थे, तभी 2 महीने के भीतर फैमिली को एक और आघात लगा. आकाशदीप के बड़े भाई की मौत हो गई. इससे उनका परिवार पूरी तरह से टूट गया.

आर्थिक तंगी में फैमिली-
2 महीने में दो मौत से फैमिली सदमे में चली गई. घर में पैसों की कमी होने लगी. इस फैमिली के पास पैसे नहीं थे. आकाशदीप को अपनी मां की भी देखभाल करनी थी. इसलिए आकाशदीप ने क्रिकेट से दूरी बना ली. वो अगले तीन साल तक परिवार की जिम्मेदारियां निभाता रहा और अपने सपने से दूर रहा. वो तीन साल तक खेल से दूर रहा. इस दौरान उन्होंने महसूस किया कि क्रिकेट के बिना वो नहीं रह सकते हैं.

एक बार फिर मैदान पर लौटे आकाशदीप-
जब आकाशदीप को लगा कि क्रिकेट के बिना उनका जीवन अधूरा है तो उन्होंने मैदान पर उतरने का फैसला किया. वो दुर्गापुर लौट आए. इसके बाद कोलकाता चले गए. कोलकाता में आकाशदीप ने एक छोटा सा कमरा किराए पर लिया. इस कमरे में वो अपने चचेरे भाई के साथ रहने लगे और एक बार फिर से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया.

बंगाल की टीम में मिला मौका-
आकाशदीप ने खूब मेहनत की और जल्द ही उनकी मेहनत रंग भी लगाई. शुरुआत में उनको बंगाल की अंडर-23 टीम में मौका मिला. इसके बाद जल्द ही उन्होंने रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया. आकाशदीप को जल्द ही आईपीएल में भी जगह मिल गई. साल 2022 में उनको आरसीबी की तरफ से आईपीएल खेलने का मौका मिला. अब उनको टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला है.

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