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IPL Mega Auction 2025: Rajasthan Royals ने 13 साल में ही बना दिया करोड़पति! जानिए कौन हैं Vaibhav Suryavanshi, जो बने आईपीएल के सबसे युवा खिलाड़ी, RR ने इतने करोड़ में खरीदा

IPL Auction Youngest Cricketer Vaibhav Suryavanshi: आईपीएल 2025 के लिए सभी 10 टीमों ने खिलाड़ियों की खरीदारी के लिए जमकर पैसों की बारिश की है. इसमें बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले  13 वर्षीय खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी की भी किस्‍मत चमक गई है. इस खिलाड़ी की बेस प्राइस 30 लाख रुपए थी लेकिन राजस्‍थान रॉयल्‍स ने वैभव को करोड़पति बना दिया है.

Vaibhav Suryavanshi (Photo: PTI/Instagram) Vaibhav Suryavanshi (Photo: PTI/Instagram)
हाइलाइट्स
  • वैभव सूर्यवंशी ने 5 साल की उम्र से ही शुरू कर दी थी क्रिकेट की प्रैक्टिस 

  • बिहार के लिए वैभव खेलते हैं घरेलू क्रिकेट 

इंडियन प्रीमियर लीग 2025 (IPL 2025) के शुरू होने से पहले सउदी अरब के जेद्दा में मेगा ऑक्‍शन का आयोजन किया गया. 25 नवंबर 2024 को खिलाड़ियों की निलामी में बिहार के एक 13 साल के खिलाड़ी की किस्मत चमक गई.

इस खिलाड़ी पर जमकर पैसों की बरसात हुई. हम बात कर रहे हैं बिहार के वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) की. वैभव की बेस प्राइस 30 लाख रुपए थी लेकिन उन्हें राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) ने 1.10 करोड़ रुपए में खरीदा. 

सबसे पहले वैभव पर दिल्ली कैपिटल्‍स ने लगाई बोली
मेगा ऑक्‍शन के लिए बड़े-बड़े बल्लेबाजों के होते हुए भी दिल्ली कैपिटल्‍स ने सबसे पहले सोमवार को वैभव सूर्यवंशी पर बोली लगाई. इसके बाद राजस्‍थान रॉयल्‍स (RR) भी इस खिलाड़ी को खरीदने के लिए मैदान में उतर आई. दोनों टीमों ने वैभव को खरीदने के लिए जमकर बोली लगाई. अंत में राजस्‍थान रॉयल्‍स (Rajasthan Royals) ने बाजी मार ली.

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राजस्‍थान ने वैभव को 1 करोड़ 10 लाख रुपए में खरीद लिया. इस तरह से वैभव सूर्यवंशी देखते ही देखते करोड़पति बन गए. आपको मालूम हो कि वैभव सूर्यवंशी आईपीएल मेगा ऑक्शन में उतरने वाले सबसे युवा क्रिकेटर हैं. अब वैभव सूर्यवंशी आईपीएल 2025 सीजन में संजू सैमसा की कप्तानी वाली राजस्‍थान रॉयल्‍स टीम से खेलेंगे.

कौन हैं वैभव सूर्यवंशी
ईएसपीएन क्रिकइंफो के अनुसार वैभव सूर्यवंशी का जन्म 27 मार्च 2011 को हुआ था. वह बिहार के समस्तीपुर जिले स्थित मोतीपुर के रहने वाले हैं. वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी एक क्रिकेटर रहे हैं. वह अपने बेटे को क्रिकेटर बनाना चाहते थे. अब आईपीएल में सलेक्ट होकर वैभव ने अपने पिता के सपनों को साकार कर दिया है. 

5 साल की उम्र से ही शुरू कर दी थी क्रिकेट की प्रैक्टिस 
वैभव को बचपन से ही क्रिकेट खेलना पसंद है. इसको देखते हुए वैभव के पिता ने 5 साल की उम्र से ही क्रिकेट की प्रैक्टिस शुरू करवा दी थी. शुरू में वैभव घर पर ही प्रैक्टिस करते थे. कुछ दिनों बाद वैभव गांव में क्रिकेट खेलने लगे. इसके बाद वैभव ने समस्तीपुर की क्रिकेट एकेडमी में दाखिला लिया. फिर पटना स्थित जीसस एकडेमी में मनीष ओझा से ट्रेनिंग ली.वैभव सूर्यवंशी शुरू से ही एक अच्छे क्रिकेटर रहे हैं. वह अपने से 6-7 साल बड़े सीनियर प्लेयर के साथ क्रिकेट खेला करते थे. वैभव सूर्यवंशी बिहार के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हैं. 

मुंबई के खिलाफ किया था फर्स्ट क्लास डेब्यू
वैभव सूर्यवंशी ने 13 साल 5 महीने में रणजी ट्रॉफी के लिए डेब्यू किया था. वैभव ने सिर्फ 12 साल 284 दिन की उम्र में फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था. उन्होंने फर्स्ट क्लास डेब्यू बिहार की तरफ से इसी साल जनवरी में मुंबई के खिलाफ किया था. वैभव ने 10 साल की उम्र में शतक बना दिया था. वैभव रणजी ट्रॉफी के साथ हेमंत ट्रॉफी, कूच बिहार ट्रॉफी और वीनू मांकड़ ट्रॉफी भी खेल चुके हैं. कहा जाता है कि वैभव सूर्यवंशी ने अलग-अगल टूर्नामेंट में एक साल में अपने नाम 49 शतक किए हैं. वैभव को पिछले साल 4 देशों की अंडर-19 सीरीज में खेलने का मौका मिला था.

इसमें उन्होंने इंग्लैंड (53 रन) और बांग्लादेश (75 रन) के खिलाफ अर्धशतक बनाया था. वैभव ने इस सीरीज के 5 मुकाबलों में 177 रन बनाए थे. वैभव ने कूच बिहार ट्रॉफी में झारखंड के खिलाफ मैच में 128 गेंदों में 151 रन बनाए थे. वैभव ने अंडर-19 वीनू मांकड़ ट्रॉफी में बिहार की तरफ से खेलते हुए 360 रन बनाए थे. इसी साल बिहार क्रिकेट संघ की तरफ से आयोजित रणधीर वर्मा अंडर-19 वनडे प्रतियोगिता में वैभव ने तीहरा शतक लगया था. उन्होंने 178 गेंदों पर 332 रन बनाए थे. 

लारा को मानते हैं आइडियल
वैभव सूर्यवंशी लेफ्ट हैंड बैटर हैं. वो वेस्टइंडीज के महान खिलाड़ी ब्रायन लारा को अपना आइडियल मानते हैं. वैभव ने एक इंटरव्यू इसकी जानकारी दी थी. वैभव ने बताया था कि ब्रायन लारा मेरे आइडियल हैं. मैं उनकी वीडियोज और खेलने की स्टाइल देखता हूं. मुझे उनकी 400 रन की इनिंग बहुत पसंद है. उनकी अच्छी बात ये है कि वो मैच को कभी बीच में नहीं छोड़ते. मैंने उनका मैच विनिंग एटीट्यूड लिया है.