टीम इंडिया और इंग्लैंड के बीच आज से पांचवां टेस्ट मैच बर्मिंघम के एजबेस्टन में खेला जाएगा. इस मैच में संयोगवश भारतीय टीम की कमान संभालने जा रहे जसप्रीत बुमराह इसे अपने करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं और उन्होने इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट से पहले महेंद्र सिंह धोनी की सीख को याद किया जिन्हें कप्तानी का कोई अनुभव नहीं होते हुए भी वह इतने सफल कप्तान बने.
बुमराह बोले-मैं कप्तानी करने के लिए तैयार
दरअसल बुमराह को गुरुवार की सुबह की पता चला कि वह इस मैच में कप्तान होंगे चूंकि नियमित कप्तान रोहित शर्मा का कोरोना टेस्ट फिर पॉजिटिव पाया गया. बुमराह ने कहा कि दबाव होने पर सफलता का मजा ही कुछ और होता है. मैं जिम्मेदारियों के लिये हमेशा तैयार हूं और मुझे चुनौतियां पसंद है. एक क्रिकेटर के तौर पर आप हमेशा खुद को दबाव के हालात में आंकना चाहते हैं. मैने कई क्रिकेटरों से बात की है जो समय के साथ निखरते गए हैं.
NEWS 🚨 - @Jaspritbumrah93 to lead #TeamIndia in the fifth Test Match against England.@RishabhPant17 will be the vice-captain for the match.#ENGvIND pic.twitter.com/ueWXfOMz1L
— BCCI (@BCCI) June 30, 2022
टीम इंडिया हर चुनौती के लिये तैयार
उन्होंने कहा कि मुझे याद है जब मैने एमएस (धोनी) से बात की थी. उन्होंने मुझे बताया था कि पहली बार भारत की कप्तानी करने से पहले वह किसी टीम के कप्तान नहीं थे. अब वह सबसे सफल कप्तानों में से एक माने जाते हैं बुमराह ने कहा कि मैं इस पर फोकस कर रहा हूं कि टीम की मदद कैसे कर सकता हूं. इस पर नहीं कि मैने पहले क्या किया है या क्रिकेट की परंपरा या नियम कैसे बने हैं.’’ टेस्ट क्रिकेट में जनवरी 2018 में पदार्पण करने वाले बुमराह ने कहा, भारत के लिये टेस्ट खेलना हमेशा मेरा सपना था और टेस्ट मैच में कप्तानी करना कैरियर की सबसे बड़ी उपलब्धि है. मुझे खुशी है कि मुझे यह मौका मिला. मुझे खुद पर काफी भरोसा है.
उन्होंने कहा कि उनकी टीम चुनौती के लिये तैयार है. उन्होंने कहा ,‘‘ हमारा पूरा फोकस मैच पर है और हम पूरी तरह से तैयार है. खिलाड़ियों की भूमिका काफी अहम है. विराट की सलाह काफी महत्वपूर्ण होगी.’’टीम इंडिया ने मैच की पूर्व संध्या तक अपनी प्लेइंग 11 की घोषणा नहीं की थी जबकि इंग्लैंड ने अपनी टीम का ऐलान कर दिया है. माना जा रहा है कि रोहित की गैर मौजूदगी में मयंक अग्रवाल और शुभमन गिल पारी का आगाज करेंगे. देखना होगा कि कोच राहुल द्रविड़ सीनियर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को मौका देंगे या श्रेयस अय्यर पर ही भरोसा जताया जाएगा.
'सबका तरीका एक जैसा नहीं होता है'
जसप्रीत बुमराह के मुताबिक, वह हर किसी को सुनते हैं और सीखने की कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा कि सबका तरीका एक जैसा नहीं होता है. मैंने बहुत सारे सीनियर खिलाड़ियों की कप्तानी में खेला है, इस दौरान हमेशा सीखने की कोशिश की है. 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में भारतीय टीम 2-1 से आगे है. अगर भारतीय टीम आखिरी मैच जीतने या फिर ड्रॉ करवाने में सफल रहती है तो सीरीज भारत के नाम होगी.