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धीमी गेंद फेंकने के कारण लड़के उड़ाते थे मजाक, आज Jhulan Goswami हैं देश की सबसे तेज महिला गेंदबाज...कुछ ऐसी है उनकी कहानी

भारत की दिग्गज तेज महिला गेंदबाज झूलन गोस्वामी ( Jhulan Goswami) संन्यास लेने जा रही हैं. झूलन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा 352 विकेट झटके हैं. करीब दो दशक का उनका करियर शानदार रहा है आइए उस पर नजर डालते हैं 

Jhulan Goswami Jhulan Goswami
हाइलाइट्स
  • 19 साल की उम्र में इंग्लैंड के खिलाफ किया अंतरराष्ट्रीय डेब्यू

  • इंग्लैंड के खिलाफ ही खेलेंगी अपना आखिरी मैच

भारतीय महिला क्रिकेट की तेज गेंदबाज और ‘चकदा एक्सप्रेस’ के नाम से मशहूर झूलन गोस्वामी (Jhulan Goswami ) अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच से संन्यास लेने जा रहीं हैं. वह अपना आखिरी मैच 24 सितंबर को इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स के मैदान पर खेलेंगी. 39 साल की झूलन गोस्वामी महिला एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली पहली गेंदबाज हैं. उन्होंने साल 2002 में डेब्यू मैच खेला था. करीब दो दशक के करियर में झूलन ने क्रिकेट की दुनिया में बड़ा मुकाम हासिल किया. लेकिन यहां तक पहुंचने का सफर आसान भी नहीं था. चलिए जानते हैं कि क्रिकेट में प्रेरणा बनकर उभरी झूलन गोस्वामी का अब तक का सफर कैसा रहा है.

माता पिता नहीं चाहते थे कि झूलन क्रिकेटर बने

पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के चकदाहा शहर में 25 नवंबर 1982 को झूलन गोस्वामी का जन्म हुआ. झूलन एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती हैं. शुरुआती पढ़ाई लिखाई चकदाहा से ही हुई. क्रिकेट के प्रति दिलचस्पी तब जगी जब उन्होंने 1992 का क्रिकेट विश्व कप टीवी पर देखा. झूलन ने तभी क्रिकेटर बनने का फैसला कर लिया. लेकिन उस दौर में महिला क्रिकेटर बनना आसान नहीं था. ऊपर से झूलन के माता पिता भी नहीं चाहते थे कि वो क्रिकेटर बनें. लेकिन कहते हैं कि कुछ कर गुजरने का जिसके अंदर जज्बा होता है वो विपरीत परिस्थितियों में भी खुद को निखार कर आगे बढ़ता है. 

प्रैक्टिस करने के लिए रोज 80 किमी का करती थीं सफर

चकदाहा में क्रिकेट की सुविधा नहीं थी, इसलिए वो कोलकाता आ गईं. वो रोज प्रैक्टिस करने के लिए घर से 80 किमी दूर जाती थीं क्योंकि घर के पास वाले ग्राउंड में झूलन को लड़के खेलने नहीं देते थे. उन्होंने 15 साल की उम्र में क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा और 19 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया. झूलन ने पहला वनडे और टेस्ट मैच 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था. 

धीमी गति से गेंद फेंकने के कारण लड़के उड़ाते थे मजाक 

झूलन भले बाद में भारत की सबसे तेज गेंदबाज बनीं लेकिन जब वो क्रिकेटर बनने का सपना देखा करती थीं और प्रैक्टिस के समय धीमी गति से गेंद फेंकती थी तो लड़के चिढ़ाते थे. और सिर्फ बल्लेबाजी करने के लिए कहते. झूलन ने लड़कों के द्वारा किए गए कमेंट को पॉजिटिव वे में लिया और खुद के ऊपर पहले से ज्यादा मेहनत करने लग गईं. परिणाम रहा कि वो आगे चलकर भारत की सबसे तेज महिला गेंदबाज बनीं. 

सचिन तेंदुलकर से की बराबरी

झूलन गोस्वामी ने अपने करीब दो दशक के करियर में 12 टेस्ट, 68 T20 और 201 वनडे मुकाबले खेले हैं. झूलन के नाम वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है. बता दें कि झूलन ने वनडे क्रिकेट में 252 विकेट अपने नाम किए हैं. अपने करियर में झूलन ने 6 क्रिकेट वर्ल्ड कप भी खेला है जो कि सचिन तेंदुलकर के बराबर है. 

बन रही है बायोपिक 'चकदाहा एक्सप्रेस' 

'चकदाहा एक्सप्रेस' के नाम से झूलन गोस्वामी की बायोपिक बन रही है. बायोपिक में अनुष्का शर्मा झूलन का किरदार निभाते नजर आएंगी. बता दें कि इस फिल्म को सुशांत दास निर्देशित कर रहे हैं. 
 

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