टीम इंडिया के कोच रहे दिग्गज क्रिकेटर जॉन राइट का आज यानी 5 जुलाई को 69 साल के हो गए हैं. जॉन राइट 5 साल तक भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रहे. इस दौरान उन्होंने टीम में कई बदलाव किए. टीम इंडिया को विदेश धरती पर जीत का हुनर सिखाया. हालांकि इस दौरान उनका कप्तान सौरभ गांगुली के साथ विवाद भी हुआ.
जॉन राइट का क्रिकेट करियर-
साल 1954 में आज के दिन यानी 5 जुलाई को न्यूजीलैंड के डारफील्ड में जॉन राइट का जन्म हुआ था. जॉन जेफ्री राइट ने न्यूजीलैंड के दिग्गज क्रिकेटर थे. उन्होंने साल 1978 में इंग्लैंड के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में पदार्पण किया. जॉन न्यूजीलैंड की तरफ से 5000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज हैं. उन्होंने 82 टेस्ट मैच खेला और 37.82 की औसत से 5334 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 12 शतक और 23 अर्धशतक लगाया.
टीम इंडिया की बदली तस्वीर-
साल 2000 में बीसीसीआई ने पहली बार टीम इंडिया के लिए विदेशी कोच को हायर किया. पहले विदेश कोच का नाम जॉन राइट था. जॉन राइट साल 2000 से 2005 तक टीम इंडिया के कोच रहे. उनके कार्यकाल के दौरान टीम इंडिया ने कई यादगार जीत दर्ज की. जिसमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलकाता टेस्ट और इंग्लैंड में नेटवेस्ट ट्रॉफी की जीत शामिल है. जॉन राइट ने टीम इंडिया में कई बदलाव किए. विजडन एंथोलॉजी 1978-2006: क्रिकेट एज ऑफ रेवोल्यूशन किताब में लिखा गया है कि कप्तान सौरव गांगुली और कोच जॉन राइट जिस नई और मजबूत टीम इंडिया को तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध थे, वो कागज पर लिखे विचार से कुछ ज्यादा बनती जा रही थी.
सहवाग को थप्पड़ और गांगुली से विवाद-
साल 2013 में एक कार्यक्रम में बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने इस वाक्ये का खुलासा किया था. उन्होंने बताया कि कोच जॉन राइट सहवाग की बल्लेबाजी से नाराज थे. वह कुछ गेंदों में ही आउट हो जाते थे. एक दिन जॉन का इतना गुस्सा आया कि उन्होंने सहवाग को थप्पड़ जड़ दिया. जब ये बात गांगुली को पता चला तो उन्होंनें जॉन राइट से माफी मांगने को कहा. राजीव शुक्ला ने बताया कि उन्होंने इस बारे में जॉन राइट से बात की तो उन्होंने बताया कि मैंने केवल धक्का दिया है, थप्पड़ नहीं मारा. राजीव शुक्ला ने सहवाग को समझाया और वो समझ गए. इसके बाद मामला शांत हुआ.
6 घंटे बल्लेबाजी और 55 रन-
साल 1978 में वेलिंगटन में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैच चल रहा था. न्यूजीलैंड की टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी तो जॉन राइट ने 6 घंटे तक बल्लेबाजी की. लेकिन उन्होंने सिर्फ 55 रन बनाए थे. न्यूजीलैंड की टीम ने ये मुकाबला 72 रन से जीत लिया था.
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