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Happy Birthday Manika Batra: Tennis में जगी ऐसी दिलचस्पी की गले मे पहन ली इसकी माला, कभी खूबसूरती की वजह से मिले थे मॉडलिंग के ऑफर

मनिका बत्रा स्पॉटलाइट में तब आई जब उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स की टेबल टेनिस स्पर्धा में सिंगापुर को हराकर महिला टीम स्पर्धा का गोल्ड मेडल जीता.

Manika Batra Manika Batra
हाइलाइट्स
  • ठुकराए मॉडलिंग के ऑफर

  • विश्व रैंकिंग में शीर्ष 50 में बनाई जगह

राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता और दो बार की ओलंपियन रह चुकी मनिका बत्रा भारतीय टेबल टेनिस स्टार हैं. टेबल टेनिस भारत में इतना पॉपुलर गेम नहीं है लेकिन मनिका के प्रयासों और लगन ने इस खेल को भारत में भी वरीयता दिलाई. मनिका के जन्मदिन के मौके पर इस खेल में उनकी कुछ उपलब्धियों पर एक नजर.

चार साल की उम्र में शुरू किया खेल
मनिका बत्रा (Manika Batra) का जन्म 15 जून 1995 को दिल्ली में हुआ था. वह अपने तीन भाई बहनों में सबसे छोटी हैं. मनिका के बड़े भाई-बहन टेबल टेनिस खेलते थे जिससे मनिका की दिलचस्पी भी इस गेम की तरफ बढ़ गई. महज 4 साल की उम्र में मनिका ने टेबल टेनिस खेलना शुरू कर दिया था. हालांकि मनिका के भाई-बहन ने पढ़ाई के लिए बाद में टेबल टेनिस छोड़ दिया लेकिन मनिका को इस खेल से ऐसा लगाव हुआ कि उन्होंने इसी में अपना करियर बनाने की सोची.

ठुकराए मॉडलिंग के ऑफर
मनिका को मॉडलिंग के लिए भी कई सारे ऑफर्स आए लेकिन उन्होंने वो सारे आफर्स ठुकरा दिए क्योंकि वो सिर्फ गेम पर फोकस करना चाहती थीं. यूं तो मॉडलिंग ऑफर किसी भी युवा को आकर्षित करते हैं लेकिन मनिका ने गेम में ज्यादा रुचि दिखाई. टेबल टेनिस भारत में इतना पॉपुलर गेम नहीं है लेकिन फिर भी मनिका के इरादों को ये सभी लुभावनी चीजें डिगा नहीं सकीं और टेनिस पर उन्होंने अपना पूरा फोकस बनाए रखा. मनिका को टेबल टेनिस इतना पसंद है कि वह अपने गले में टेबल टेनिस गेंद और बैट के आकार में एक पेन्डेंट भी पहनती हैं.

शुरू हुआ जीत का सिलसिला
मनिका ने 16 साल की उम्र में चिली ओपन अंडर 21 (Under 21) में पहला सिल्वर मेडल जीता. शुरुआती दौर में दिल्ली के हंसराज स्कूल में उन्होंने ट्रेनिंग की और इसके बाद ट्रेनिंग के लिए पुणे शिफ्ट हो गईं. 21 साल की उम्र में उन्होंने अपना पहला ओलंपिक खेला. साल 2014 के राष्ट्रमण्डल खेलों और एशियाई खेलों के दौरान उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व भी किया. उन्होंने इस दौरान क्वार्टरफाइनल तक में अपनी जगह बनाई.

रियो 2016 में अपना ओलंपिक डेब्यू करने से पहले मोनिका ने 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों में तीन स्वर्ण पदक जीते.

2018 साबित हुआ सबसे सफल साल
मनिका बत्रा स्पॉटलाइट में तब आई जब उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स की टेबल टेनिस स्पर्धा में सिंगापुर को हराकर महिला टीम स्पर्धा का गोल्ड मेडल जीता. बता दें कि इससे पहले कॉमनवेल्थ गेम्स में टेबल टेनिस को जोड़ जाने के बाद सिंगापुर महिला टीम की इस स्पर्धा में कभी भी हार नहीं हुई थी. उनकी इस उपलब्धि ने काफी हलचल मचा दी थी. उन्होंने कुल चार पदक जीते, जिनमें से दो स्वर्ण पदक थे. राष्ट्रमंडल खेलों का वह साल उनके करियर का अब तक का सबसे सफल वर्ष रहा है. इसके बाद वो भारत की कई टॉप मैग्जीन के कवर पर छा गईं.

मनिका बत्रा के शानदार प्रदर्शन ने उन्हें आईटीटीएफ के ‘ब्रेकथ्रू स्टार’ ख़िताब से सम्मानित किया गया। इसी के साथ वह यह खिताब जीतने वाली एकमात्र भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी बन गईं. जुलाई 2018 में उन्होंने फेमिना मैगज़ीन (Famina Magazin)के कवर पर जगह बनाई. यही नहीं वे नवम्बर 2018 में Vogue Magazine के कवर पर भी अपनी जगह बना चुकी हैं.

विश्व रैंकिंग में शीर्ष 50 में बनाई जगह
टोक्यो ओलंपिक में मनिका बत्रा ने टिन-टिन हो को हराया और राउंड ऑफ 64 में उच्च रैंकिंग वाली मार्गरीटा पेसोत्स्का के खिलाफ संघर्षपूर्ण जीत हासिल की. हालांकि वो राउंड ऑफ 32 में सोफिया पोल्कानोवा से हार गईं. टोक्यो 2020 में, मनिका बत्रा ओलंपिक में एकल में राउंड ऑफ 32 में जगह बनाने वाली भारत की पहली महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी बनीं. इसके बाद मनिका ने एक और इतिहास रचा. मनिका साथियान गणानाशेखरन के साथ 2021 में डब्ल्यूटीटी कंटेंडर बुडापेस्ट में मिश्रित युगल खिताब जीतने के बाद डब्ल्यूटीटी इवेंट जीतने वाली पहली भारतीय बनीं. मनिका ने पहली बार महिला एकल विश्व रैंकिंग में शीर्ष 50 में अपनी जगह बनाई. अपने शानदार प्रदर्शन के लिए मनिका को राजीव गांधी खेल रत्न से भी सम्मानित किया जा चुका है.