भारत की स्टार शूटर मनु भाकर ने शनिवार को दो मेडलों के साथ पेरिस ओलंपिक 2025 को अलविदा कहा. महिलाओं के 25 मीटर पिस्टल फाइनल में हिस्सा लेते हुए मनु अपना तीसरा मेडल जीतने के बेहद करीब आईं लेकिन आखिरकार चौथे स्थान तक ही पहुंच सकीं.
बेहद करीब आकर हारीं मनु
आखिरी राउंड से पहले मनु पूर्व विश्व रिकॉर्ड धारक (25 मीटर पिस्टल), हंगरी की वेरोनिका मेजर के साथ तीसरे स्थान पर थीं. लेकिन शूट-ऑफ सीरीज में मनु दो अंक से पिछड़ गईं और हंगरी की खिलाड़ी को पोडियम पर जगह मिल गई. मनु 28 अंकों के साथ चौथे स्थान पर रहीं. पेरिस 2024 में दो बार की पदक विजेता मनु ने फाइनल में कुल 590 का स्कोर बनाया. उन्होंने प्रिसीजन राउंड में 294 और रैपिड राउंड में 296 का स्कोर हासिल किया.
दक्षिण कोरिया को मिला स्वर्ण
दक्षिण कोरिया की यांग जिइन ने 37 अंकों (शूट-ऑफ में 4-1) के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि फ्रांस की निशानेबाज केमिली जेड्रेजेवस्की को रजत पदक मिला. मनु शुक्रवार को महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल शूटिंग क्वालिफिकेशन में दूसरे स्थान पर रहने के बाद मौजूदा खेलों में अपने तीसरे फाइनल में पहुंची थीं.
इससे पहले वह 10 मीटर एयर पिस्टल और मिश्रित टीम 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में दो कांस्य पदक जीत चुकी थीं. मनु से पहले कोई भी भारतीय निशानेबाज एक ओलंपिक में एक से ज्यादा फाइनल में नहीं पहुंचा है. सिर्फ अभिनव बिंद्रा ने भारत के लिए तीन अलग-अलग ओलंपिक खेलों में तीन ओलंपिक शूटिंग फाइनल में जगह बनाई है.
दो मेडलों के साथ हुईं विदा
इस हार के बावजूद मनु दो कांस्य पदकों के साथ पेरिस ओलंपिक 2024 को अलविदा कह रही हैं. महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में उन्होंने अंतिम राउंड में 221.7 के स्कोर के साथ अपना पहला कांस्य पदक जीता. इसके बाद उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर भारत को 10 मिटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा का कांस्य पदक दिलाया. कांस्य पदक मैच में भारतीय युगल ने दक्षिण कोरिया को 16-10 से मात दी थी.
गौरतलब है कि मनु एक ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली भारत की सिर्फ दूसरी ही एथलीट हैं. उनसे पहले यह कारनामा 1900 ओलंपिक में नॉर्मन प्रिचर्ड ने किया था. तीन साल पहले टोक्यो ओलंपिक में 19 साल की मनु अपनी तीनों स्पर्धाओं के फाइनल में पहुंचने में असफल रही थीं. अब, वह पेरिस में भारतीय निशानेबाजी की सफलता का चेहरा बन गई हैं.