दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 6 अक्टूबर से होने जा रहे वनडे सीरीज में बतौर बॉलर भारतीय क्रिकेट टीम में मुकेश कुमार का चयन किया गया है. बता दें कि मुकेश बिहार के गोपालगंज जिले में स्थित एक छोटे से गांव काकड़कुंड से ताल्लुक रखते हैं.
'मुकेश की पिटाई करने वाले चाचा को है अफसोस'
काकड़कुंड गांव में मुकेश का बचपन बीता. इन्हीं गलियों और कच्ची सड़कों पर परिवार के बड़ों की नज़रें से बचकर मुकेश क्रिकेट खेलते थे. कभी इसी खेल के जुनून पर मुकेश की पिटाई करने वाले उनके चाचा को अब अफसोस है कि वो उसके जुनून को समझ नहीं पाए..तो वहीं मुकेश की मां मालती देवी की आंखों में खुशी के आंसू हैं. साथ ही ये कसक भी कि टैक्सी चलाकर बेटे का जुनून पूरा करने वाले पिता आज होते तो बेटे की कामयाबी पर खुश होते.
गांव के ग्रामीणों में खुशी की लहर
बता दें कि मुकेश के इंडिया टीम में चयन होने की खबर मिलते ही परिवार और गांव के ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गयी. मुकेश की मां मालती देवी ने बेटे की सफलता पर फक्र करते हुए कहा कि 'मेरा बेटा देश के लिए खेलगा' और देश के लिए समर्पित रहेगा.
गोपालगंज के डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने भी क्रिकेटर मुकेश कुमार को बधाई देते हुए कहा कि मुकेश ने गोपालगंज ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार को गौरवान्वित किया है.
मुकेश ने हाल ही में न्यूजीलैंड-ए के खिलाफ पहले 'अनाधिकृत' टेस्ट मैच में पांच विकेट चटकाया था. मैच शुरू होने से पहले मुकेश कुमार को कोच की ओर से इंडिया टीम का कैप भी दिया गया था.
बिहार के दो खिलाड़ी खेलेंगे एक साथ
खास बात ये है कि इससे पहले बिहार की राजधानी पटना के ईशान किशन का सिलेक्शन भारतीय टीम में हुआ था, जोकि अभी भारतीय टीम के लिए खेल रहे हैं. भारतीय टीम में ऐसा पहली बार होगा कि जब बिहार के दो खिलाड़ी एक साथ खेलते नजर आएंगे. फिलहाल मुकेश बंगाल टीम की ओर से खेलते हैं.