मुंबई के रहने वाले 10 साल के नंदू ने अपने जन्मदिन पर PADI सर्टिफिकेट हासिल कर नया मुकाम हासिल किया है. नंदू दुनिया में सबसे कम उम्र में स्कूबा डाइवर बन गए हैं. कमाल की बात यह है कि नंदू ने यह उपलब्धि अपने जन्मदिन पर हासिल की है.
कौन है नंदू
उम्र से नहीं हुनर से ही इंसान की पहचान होती है. इसी बात को सच कर दिखाया है मुंबई के द्वित नंदू ने, जिन्होंने सिर्फ 10 साल की उम्र में वो कर दिखाया जो हम और आप शायद ही इतनी कम उम्र में इस तरह का मुकाम हासिल पाएं. वो कहते हैं ना कि AGE IS JUST A NUMBER.नंदू इसका ताजा उदाहरण हैं. नंदू मुंबई के सेंट फ्रांसिस डी'असीसी हाई स्कूल में कक्षा चौथी के छात्र हैं और इनके पिता डॉ. अमित नंदू, जो एचआर कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स में अकाउंटेंसी के प्रोफेसर हैं. नंदू की उम्र कम है लेकिन काम इन्होंने ऐसा किया है जिसको देखकर हर कोई दांतों तले उंगलिया चबा रहा है. नंदू 24 अगस्त को पुडुचेरी में आयोजित टेम्पल एडवेंचर्स में PADI सर्टिफिकेट पाने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के गोताखोर बन गए है. द्वित ने ये उपलब्धि अपने जन्मदिन के मौके पर हासिल की.
40 फिट गहराई में गोता लगाकर बनाया विश्व रिकॉर्ड
पिछले एक साल से द्वित अपने वैश्विक रिकॉर्ड की तैयारियों में लगे हुए थे. नंदू मुंबई के बोरीवली के एक क्लब में तैराकी की कोचिंग ली थी. पुडुचेरी में PADI-प्रमाणित टेम्पल एडवेंचर्स डाइविंग सेंटर में ट्रेनर रियास जलाल कहते हैं कि नंदू ने 24 अगस्त 2023 को अपने 10वें जन्मदिन पर 40 फीट की गहराई तक गोता लगाकर अपना स्कूबा डाइवर का कोर्स पूरा किया. उन्होंने 10 साल की उम्र में दुनिया में सबसे कम उम्र के जूनियर ओपन वॉटर गोताखोर बनने का खिताब हासिल कर देश और परिवार का नाम रोशन किया है.
पिता और भाई भी हैं स्कूबा डाइवर
नंदू का परिवार पहले से ही स्कूबा डाइविंग के क्षेत्र में है. नंदू के पिता डॉ. अमित नंदू खुद एक प्रमाणित डीप डाइवर हैं. उनका बड़ा बेटा जिनय आईआईटी बॉम्बे में पढ़ रहा है और वो एक एडवांस्ड ओपन वॉटर डाइवर है. और अब द्वित भी होल्डर जूनियर ओपन वॉटर डाइवर बन गए हैं. नंदू की मां चार्मी नंदू एक पूर्व बैंकर हैं जो अब परिवार का ख्याल रखती हैं.
क्या है PADI
स्कूबा डाइविंग को ऑस्ट्रेलिया स्थित प्रोफेशनल एसोसिएशन ऑफ डाइव इंस्ट्रक्टर्स (PADI) रेगुलेट करता है, जो 186 देशों में काम करता है. यह गोताखोरों को प्रमाण जारी करता हैं जो उन्हें दुनिया भर में गोताखोरों को गोता लगाने के लिए योग्य बनाता है. पहले स्तर के प्रमाणीकरण को 'जूनियर ओपन वॉटर डाइवर' (12 मीटर) कहा जाता है, उसके बाद 'ओपन वॉटर डाइवर', 'एडवांस्ड ओपन वॉटर डाइवर' (30 मीटर), 'डीप डाइवर' (40 मीटर), और फिर अधिक गहराई के लिए 'टेक-गोताखोर' श्रेणियों में डिवाइड किया गया है.
PADI सर्टिफिकेट पाने के लिए क्या है नियम
पीएडीआई नियमों के मुताबिक एक प्रमाणित गोताखोर के लिए न्यूनतम आयु 10 साल है. 10 साल की आयु में कोई भी पाठ्यक्रम शुरू कर सकता है और फिर प्रमाणित हो सकता है. नंदू ने कोर्स के लिए पहले से ही तैयारी शुरू कर दी थी. नंदू के पिता कहते हैं, आज इसे पूरा कर नंदू ने विश्व रिकॉर्ड बनाया है. उन्होंने बताया कि कठिन पाठ्यक्रम में उन्नत तैराकी सीखना, बिना किसी सहायता या समर्थन के 200 मीटर तैरने की क्षमता, पांच मॉड्यूल का अध्ययन करना, उनके आधार पर एक लिखित परीक्षा को क्रैक करना, एक स्विमिंग पूल में सीमित जल प्रशिक्षण पूरा करना और फिर खुले पानी में गोता लगाना मुश्किल था लेकिन नंदू इसे पूरा कर दिखाया. हमें नंदू की इस उपलब्धि पर गर्व है.