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National Taekwondo Tournament: मूक-बधिर लड़की ने नेशनल ताइक्वांडो टूर्नामेंट में जीता सिल्वर मेडल, अब Deaflympics पर है नजर

मध्य प्रदेश में एक दिव्यांग बेटी ने ताइक्वांडो टूर्नामेंट में सिल्वर मेडल जीतकर राज्य का नाम रोशन किया है. कनिष्का बचपन से सुन नहीं सकती हैं और न ही बोल सकती हैं, लेकिन फिर भी सामान्य खिलाड़ियों के साथ मैचों में जीत हासिल कर रही हैं.

Kanishka won silver medal Kanishka won silver medal
हाइलाइट्स
  • कनिष्का ने ताइक्वांडो की ट्रेनिंग ली है

  • डेफ ओलंपिक की तैयारी शुरू

मध्य प्रदेश के बैतूल में चल रहे नेशनल स्कूल ताइक्वांडो टूर्नामेंट में एक ऐसी बच्ची ने सिल्वर मेडल जीता जो न बोल सकती है और न ही सुन सकती है. इस बच्ची ने पांच मैचों में सामान्य खिलाड़ियों को चार मैच में हराया और फाइनल मैच में हारने से गोल्ड से चूक गई. बैतूल में चल रहे 67वें नेशनल स्कूल ताइक्वांडो टूर्नामेंट में मध्य प्रदेश की टीम में भोपाल की कनिष्का शर्मा भी शामिल है. 

15 साल की कनिष्का जन्म से ही न बोल सकती है न सुन सकती है. पर उन्होंने अपनी दिव्यांगता को हरा कर अपनी मंजिल पा ली है. कनिष्का जैसे प्रतिभाशाली बच्चे कम ही देखने को मिलते है जो ठान लेते उसे पाकर ही चैन लेते है. बचपन से ही सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग लेने का शौक अब उन्हें अलग पहचान दिला रहा है. 

मुश्किलें पारकर आगे बढ़ीं
कनिष्का ने ताइक्वांडो की ट्रेनिंग ली. इस ट्रेनिंग में कनिष्का को मुश्किलें तो आईं क्योंकि न वो बोल सकती थी और न ही सुन सकती थी. सिखाने वालों के सामने भी चैलेंज था. पर कनिष्का की लगन ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बना दिया. वह पहले ही ताइक्वांडो में स्टेट लेवल पर पांच गोल्ड जीतने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर एक सिल्वर जीत चुकी हैं और अब बैतूल में दूसरा सिल्वर जीता है. डेफ स्कूल में सातवीं कक्षा पढ़ने वाली 15 साल की कनिष्का अंडर 68 वेट केटेगरी में 17 साल आयु वर्ग के फीमेल खिलाड़ियों की मध्य प्रदेश की टीम में खेलती है. 

कनिष्का मध्य प्रदेश की स्पोर्ट्स अकादमी में है और डेफ ओलंपिक की तैयारी कर रही हैं. मंगलवार को कनिष्का ने बैतूल में चल रहे नेशनल स्कूल ताइक्वांडो टूर्नामेंट में क्वाटर फाइनल गुजरात की खिलाडी को हराया. सेमी फाइनल पश्चिम बंगाल की राज रूपा को हराया और फाइनल में महाराष्ट्र की सिद्धि बेंडाले से हार गईं. कनिष्का ने सिल्वर जीत कर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है. स्पोर्ट एकेडमी प्रमुख कोच जगजीत सिंह का कहना है कि कनिष्का मेहनत बहुत करती हैं. ट्रेनिंग करने में काफी चैलेंज रहते हैं, पर वह लड़की बहुत जुझारू है. 

डेफ ओलंपिक की तैयारी 
कनिष्का के कोच अर्जुन रावत का कहना है कि अब उनकी डेफ ओलंपिक की तैयारी शुरू हो जाएगी. कनिष्का को अलग से ट्रेनिंग देनी पड़ती है. लेकिन उसकी मेहनत देखकर सबको उम्मीद है कि वह जरूर मेडल लाएगी. बैतूल में अच्छा प्रदर्शन रहा है. वह पांच मैच में चार मैच सामान्य खिलाड़ियों को हराकर जीती है. जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. अनिल कुशवाहा का कहना है कि कनिष्का ने सिल्वर जीत कर मध्य प्रदेश का गौरव बढ़ाया है. 

(राजेश भाटिया की रिपोर्ट)